Team India Coach Rahul Dravid: टीम इंडिया को कानपुर टेस्ट मैच में ड्रॉ से ही संतोष करना पड़ा. वह जीत से सिर्फ एक विकेट से चूक गई. टीम इंडिया ने जीत का मौका गंवाया इसके लिए चौथे दिन टीम की धीरे बल्लेबाजी को भी जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. हालांकि टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ इससे सहमत नहीं हैं.
द्रविड़ ने मैच के बाद वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मेरी खेल की समझ ऐसा नहीं कहती. पारी घोषित करने से आधा घंटा पहले हम दबाव में थे. उस समय तीनों नतीजे संभव थे. उन्होंने कहा कि ऋद्धिमान साहा ने कमाल का जज्बा और हिम्मत दिखाई और गर्दन में अकड़न होने के बाद भी बल्लेबाजी की. अगर हमने तीन-चार विकेट जल्दी खो दिए होते तो न्यूजीलैंड को 110 ओवरों में 240-250 रन का लक्ष्य हासिल करना होता. यह बामुश्किल 2.2 या 2.3 रन प्रति ओवर ही होता.
द्रविड़ ने कहा कि भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी हिसाब लगाकर घोषित की. टीम ने पूरा हिसाब लगाया कि अब खतरे का वक्त टल गया है और उसके बाद ही उसने पारी घोषित की.
कोच द्रविड़ ने कहा कि हमें उस साझेदारी (साहा और अक्षर पटेल) की जरूरत थी. चाय से ठीक पहले श्रेयस अय्यर आउट हुए थे. इसके बाद हमारी साझेदारी हुई. हम 167/7 से 234/7 तक पहुंचे. यह बहुत जरूरी था।.जैसा आपने देखा, यह विकेट बिलकुल सपाट थी. अगर यह स्पिन हो रही होती और इसमें उछाल होता, तो हालात बिलकुल अलग होते.
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