IND vs NZ: क्रिकेट के दिग्गज Sachin Tendulkar ने की शुभमन गिल की तारीफ, कहा- गिल साबित हो सकते हैं 'गेम चेंजर
IND vs NZ Test Series: गिल ने पहले टेस्ट मैच में अर्धशतक लगाया था, जबकि दूसरे टेस्ट की पहली पारी में 44 रनों का योगदान दिया. उन्होंने टीम को मजबूत शुरुआत दिलाने में अहम भूमिका निभाई.

IND vs NZ, 2nd Test Match: भारतीय टीम के युवा बल्लेबाज शुभमन गिल (Shubman Gill) इन दिनों अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस की वजह से क्रिकेट जगत में सुर्खियां बटोर रहे हैं. उन्होंने पहले टेस्ट मैच में अर्धशतकीय पारी खेली थी, जबकि दूसरे मैच की पहली पारी में 44 रनों का योगदान दिया. महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने शुभमन गिल की तारीफ़ की है. उन्होंने बताया है कि किस तरह भारतीय टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण बल्लेबाज साबित हो सकते हैं.
यह बोले सचिन तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने कहा कि शुभमन गिल के पास भारतीय टेस्ट टीम में किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी की तकनीक और तेवर हैं, लेकिन उन्हें अच्छी शुरूआत को बड़ी पारियों में बदलना होगा. न्यूजीलैंड के खिलाफ कानपुर टेस्ट में 52 रन बनाने वाले गिल मुंबई टेस्ट में भी बड़ी पारी की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन न्यूजीलैंड के स्पिनर एजाज पटेल ने उन्हें आउट कर दिया.
क्या गिल के पास दक्षिण अफ्रीका में मध्यक्रम में अच्छी बल्लेबाजी करने की तकनीक है, यह पूछने पर तेंदुलकर ने एक न्यूज़ एजेंसी से कहा, "जहां तक तकनीक की बात है, तो अलग-अलग पिच पर अलग-अलग तरह की चुनौतियां होती हैं. मेरा मानना है कि शुभमन को फायदा है कि उसने ब्रिसबेन में 91 रन की पारी खेली है जहां हमने टेस्ट जीता था."
तेंदुलकर ने कहा ,‘‘ गिल के पास कठोर और उछाल भरी पिचों पर खेलने का अनुभव है. तकनीक को लेकर कोई मसला नहीं है. उन्होंने अच्छी शुरूआत की है, लेकिन अब इसे बड़ी पारियों में बदलने का समय आ गया है. टीम में आने के बाद यह बड़े स्कोर बनाने की भूख की बात होती है जो उसके भीतर है. उसे बस अच्छी शुरूआत को बड़ी पारियों में बदलना है और इसके लिये एकाग्रता नहीं खोनी है. कानपुर और मुंबई दोनों टेस्ट में वह अच्छी गेंद पर आउट हुआ. वह सीखने की प्रक्रिया में है और सीख रहा है.’’
श्रेयस अय्यर को लेकर यह बोले तेंदुलकर
सचिन तेंदुलकर ने डेब्यू टेस्ट में शतक जमाने वाले श्रेयस अय्यर की तारीफ करते हुए कहा, "अय्यर ने मौके का पूरा फायदा उठाया. एक समय तक स्कोर अधिक नहीं था, जिसके बाद उन्होंने यादगार पारी खेली और भारत को जीत के लगभग करीब पहुंचा दिया. दोनों पारियां अहम थीं. टेस्ट खेलने को लेकर बेचैनी होगी, लेकिन वह काफी समय से टी20 क्रिकेट खेल रहे हैं, जिससे दबाव कम हो गया होगा और वह अपना स्वाभाविक खेल दिखा सके."
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