World Cup 2023: आईसीसी वनडे वर्ल्डकप 2023 का पहला सेमीफाइनल मुकाबला मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला जाना है. भारत ने लीग स्टेज में कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के शानदार प्रदर्शन के दम पर नंबर वन की पोजिशन हासिल की. इतना ही नहीं इन पांच खिलाड़ियों के प्रदर्शन का ही कमाल था कि लीग स्टेज में भारत अकेली ऐसी टीम रही जिसने एक भी मैच नहीं गंवाया. अब ये पांचों खिलाड़ी एक और शानदार परफॉर्मेंस देकर ना सिर्फ कीवी खिलाड़ियों का हाल बेहाल करना चाहेंगे बल्कि खिताब के एक कदम और पास भी पहुंचना चाहेंगे.
रोहित शर्मा: इस वर्ल्ड कप में रोहित शर्मा ने दिखाया है कि कैसे कप्तान को फ्रंट पर रहकर लड़ना चाहिए. रोहित शर्मा की दिलाई हुई बेहतरीन शुरुआत का ही नतीजा रहा कि भारत ने बड़ी बड़ी टीमों के खिलाफ लीग स्टेज में आसानी से जीत हासिल कर ली. रोहित शर्मा ने अब तक वर्ल्ड कप 55.85 के औसत और 121.50 के स्ट्राइक रेट से 503 रन बनाए. रोहित शर्मा ने वर्ल्ड शर्मा ने वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा 24 छक्के भी जड़े हैं.
विराट कोहली: सिर्फ भारत के नहीं बल्कि विराट कोहली ने तो दुनियाभर के क्रिकेट प्रेमियों का दिल इस वर्ल्ड कप में जीत लिया है. विराट कोहली ने वर्ल्ड कप के दौरान ही 49वां शतक जड़कर सचिन तेंदुलकर के महारिकॉर्ड की बराबरी की है. विराट कोहली ने 9 मैचों की 7 पारियों में 50 से ज्यादा रन स्कोर किए हैं. विराट कोहली 99.00 के औसत के साथ वर्ल्ड कप में 594 रन बनाने में कामयाब रहे हैं.
श्रेयस अय्यर: अय्यर ने टूर्नामेंट की शुरुआत उम्मीद के मुताबिक नहीं की. लेकिन अब अय्यर रंग में आ चुके हैं और भारत के लिए नंबर चार की समस्या का समाधान कर दिया है. पिछली तीन पारियों में हर बार अय्यर ने 70 से ज्यादा रन स्कोर किए हैं. अय्यर वर्ल्ड कप में 70 के औसत से 421 रन बना चुके हैं.
जसप्रीत बुमराह: टीम इंडिया के लिए वर्ल्ड कप में कोई सबसे बड़ा खिलाड़ी साबित हो रहा है तो वो हैं जसप्रीत बुमराह. एक साल तक इंजरी की वजह से टीम से बाहर रहने के बाद भी बुमराह ने वर्ल्ड कप जैसे स्टेज पर साबित कर दिया है कि क्यों इस समय उनका कोई मुकाबला नहीं है. वर्ल्ड कप में बुमराह ने ना सिर्फ सबसे ज्यादा डॉट बॉल फेंकी हैं बल्कि 17 विकेट भी हासिल किए हैं.
मोहम्मद शमी: टीम इंडिया ने शमी को लीग स्टेज के पहले 4 मैच में खेलने का मौका नहीं दिया. लेकिन जब शमी को मौका मिला तो उन्होंने साबित कर दिया कि क्यों उनको बाहर रखने का फैसला गलत था. पहले मैच में ही शमी 5 विकेट लेने में कामयाब रहे. अगले मैच में शमी ने 4 विकेट लिए और फिर उससे अगले मैच में शमी ने फिर से 5 विकेट लिए. शमी 5 मैच में 16 विकेट ले चुके हैं और उनके सामने विरोधी टीम के बल्लेबाज टिक ही नहीं पा रहे हैं.