इस ऑलराउंडर ने कराई थी Dinesh Karthik की वापसी, टॉर्चर रूम में रखा, कड़ी ट्रेनिंग कराई फिर बदला DK का गेम
IND vs SA: आईपीएल और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दिनेश कार्तिक के प्रदर्शन के पीछे उनकी कड़ी मेहनत छिपी हुई है. यहां तक की प्रदर्शन में सुधार के लिए कार्तिक कई महीनों तक ‘टॉर्चर रूम’ में भी रहे.
Dinesh karthik story: आईपीएल 2022 में शानदार प्रदर्शन करने वाले दिनेश कार्तिक की 3 साल बाद भारतीय टीम में वापसी हुई. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई टी20 सीरीज में उन्हें मौका दिया गया. उन्होंने भी इस मौके का पूरा फायदा उठाते हुए इस सीरीज में भी शानदार बल्लेबाजी की. अब कयास लगाए जाने लगे हैं कि उन्हें टी20 विश्वकप 2022 में मौका मिल सकता है.
टॉर्चर रूम में रहे कार्तिक
दिनेश कार्तिक के प्रदर्शन के पीछे उनकी कड़ी मेहनत छिपी हुई है. यहां तक की प्रदर्शन में सुधार के लिए कार्तिक कई महीनों तक ‘टॉर्चर रूम’ में भी रहे. एक इंटरव्यू में कार्तिक के दोस्त और क्रिकेटर अभिषेक नायर ने बताया था कि कार्तिक का गेम बदलने के लिए उन्हें घर के ‘टॉर्चर रूम’ में रखा गया था.
गुजरात ने 2 करोड़ में खरीदा था
उन्होंने बताया कि 2016 में IPL शुरू होने से पहले कार्तिक को ‘हाउस ऑफ पेन’ में रखा गया था. दरअसल, कार्तिक की फॉर्म उस समय बेहद खराब थी. ऐसे में कार्तिक ने खुद नायर से मदद मांगी थी, जिसके बाद नायर ने उनकी मदद करने का बेहद ही अनोखा रास्ता अपनाया. एक इंटरव्यू में नायर ने बताया था कि एक ऐसा पल जिसने मुझे और दिनेश को एकसाथ किया वह दो-तीन साल पुराना IPL ऑक्शन था. ऑक्शन में बेहद कम दामों पर खरीदे जाने के कारण डीके खुश नहीं थे. गुजरांत लायंस ने उन पर 2 करोड़ की बोली लगाई थी.
कंफर्ट जोन से बाहर निकला
इसके अलावा उस समय रणजी में भी कार्तिक का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था. ऐसे में नायर ने उन्हें कंफर्ट जोन से बाहर निकालने के लिए मुंबई में अपने घर में ‘टॉर्चर रूम’ बनवाया. कार्तिक ने जब नायर से मदद मांगी तब उन्होंने मुंबई में एक लोकल कोच अपूर्व देसाई से मिलकर डीके के लिए रूटीन तैयार किया. कार्तिक को उस दौरान न केवल टॉर्चर रूम में रहना पड़ा बल्कि उन्हें कठिन ट्रेनिंग भी करनी पड़ी.
मुश्किल था टॉर्चर रूम में रहना
टॉर्चर रूम के बारे में नायर ने बताया कि यह कमरा काफी छोटा था, शुरू होने के साथ ही खत्म हो जाता था. बाथरूम में शावर कभी काम करता तो कभी खराब हो जाता. बाल्टी और मग भी टूटे हुए दिए गए. कार्तिक को ही इस कमरे की सफाई करनी पड़ती थी. उनके लिए इस कमरे में रहना काफी मुश्किल था और वह कई बार मेरे ऊपर गुस्सा भी करते थे. एक बार तो उन्होंने मुझसे होटल में रुकने का आग्रह किया था पर मैंने मना कर दिया था.
कार्तिक ने जमकर प्रैक्टिस की
नायर के मुताबिक कार्तिक दोपहर में दो बार ट्रेनिंग करते थे, जिम जाते थे और बैटिंग प्रैक्टिस करते थे. वह कई बार मेडिटेशन भी करते थे. नायर ने बताया कि हम बल्लेबाजी की तकनीक पर ध्यान देते थे, जो तकनीक हमने उस वक्त फॉलो की थी, उसे कार्तिक आज भी इंटरनेशनल क्रिकेट में इस्तेमाल करते हैं. नायर ने न सिर्फ केवल कार्तिक के खेल में बदलाव किया, बल्कि उन्होंने ऐसा ही कुछ साल 2011 में बल्लेबाज रोहित शर्मा के लिए किया था. कार्तिक चाहते थे कि नायर वही वही प्लान उन पर लागू करें जो उन्होंने रोहित पर किया था. हालांकि नायर ने ऐसा नहीं किया क्योंकि उनके पास एक अलग प्लान था.
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