कप्तान फाफ डुप्लेसिस के टीम के साथ नहीं होने की वजह से युवा बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक को भारत दौरे पर टीम की कप्तानी की नई जिम्मेदारी दी है. इस जिम्मेदारी के मिलने के बाद डीकॉक थोड़े चिंतित है, इसका खुलासा उन्होंने खुद आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में किया. डीकॉक ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि इस नई जिम्मेदारी का उन पर नकारात्मक असर पड़ेगा या सकारात्मक लेकिन वह इस बारे में अधिक नहीं सोच रहे.

इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने आज भारत के खिलाफ दूसरे टी20 से ठीक पहले कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो अधिक चिंतित नहीं हूं. यह मेरे करियर का नया मील का पत्थर है, मुझे अतिरिक्त जिम्मेदारी मिली है. तय नहीं हूं कि इसका मुझ पर नकारात्मक असर पड़ेगा या सकारात्मक.’’

आईपीएल में नियमित तौर पर खेलने वाले डीकॉक भारत की परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ हैं. डीकॉक ने पिछले साल मुंबई इंडियन्स के साथ मिलकर आईपीएल खिताब जीता था.

यह पूछने पर कि क्या डुप्लेसिस और एबी डिविलियर्स की तरह वह टीम के साथ मेंटर की भूमिका निभाने को तैयार है, डीकॉक ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि उन्होंने (डुप्लेसिस और डिविलियर्स) मुझे उस तरह खेलने की काफी आजादी दी जैसे मैं खेलना चाहता हूं. मुझे ऐसा कोई कारण नहीं दिखता कि उनकी गैरमौजूदगी में इसमें कुछ बदलाव होगा.’’

उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि उन्हें भी अपने करियर के दौरान वे चीजें करनी पड़ी जो हम कर रहे हैं. टीम के नेतृत्व समूह में हमने इस बारे (युवाओं को निखारने पर) में बात की. अब तक यह नियंत्रण में है लेकिन युवा नेतृत्वकर्ता समूह के रूप में हम अब भी चीजों को सीख रहे हैं.’’

डीकॉक ने कहा कि कुछ युवाओं को इस दौरान अधिक मौके मिल सकते हैं जबकि कुछ को नहीं.

उन्होंने कहा, ‘‘मैं कोई संख्या नहीं बता सकता. किसी के लिए यह एक हो सकता है और किसी के लिए 10, इसलिए मैं कुछ कह नहीं सकता.’’