भारत के उपकप्तान जसप्रीत बुमराह ने शुक्रवार को कहा कि क्रिकेटरों को गुलाबी गेंद से टेस्ट खेलते समय मानसिक तौर पर सामंजस्य बिठाना होता है लेकिन कोई तय मानदंड नहीं है, क्योंकि अब तक खेले गए दिन-रात के तीनों टेस्ट में हालात अलग-अलग थे. भारत को श्रीलंका के खिलाफ शनिवार से दिन रात का टेस्ट खेलना है. इससे पहले भारतीय टीम बांग्लादेश, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ गुलाबी गेंद से खेल चुकी है.


बुमराह ने कहा कि गुलाबी गेंद के टेस्ट को लेकर अभी भी टीम सीखने की प्रक्रिया में है. उन्होंने मैच से पूर्व वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘पेशेवर क्रिकेटर के तौर पर हमें हालात के अनुरूप तेजी से ढलना होगा. गुलाबी गेंद क्षेत्ररक्षण के समय अलग लगी है. आप जैसा आंकते हैं, यह उससे पहले आ जाती है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘दोपहर में भले ही स्विंग नहीं मिले लेकिन शाम को इससे स्विंग मिलेगी. यह सब छोटे-छोटे पहलू हैं.’’


बुमराह ने कहा, ‘‘हमने गुलाबी गेंद से ज्यादा नहीं खेला है. जब भी खेला है तो हालात अलग अलग रहे हैं तो कोई तय मानदंड नहीं है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘जो कुछ भी थोड़ा बहुत अनुभव है और जो फीडबैक मिला है, उसके आधार पर ही उन चीजों पर काम कर सकते हैं जो आपके नियंत्रण में हैं.’’


बता दें कि टीम इंडिया के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह दुनिया के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं. उन्होंने अब तक खेले 28 टेस्ट मैचों में 115 विकेट झटके. बुमराह ने 70 वनडे मैचों में 113 विकेट लिए हैं. इसके साथ-साथ वे 57 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 67 विकेट ले चुके हैं.


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