India vs Sri Lanka 2nd ODI Kuldeep Yadav Bowling: भारत और श्रीलंका के बीच कोलकाता में दूसरे वनडे में टीम इंडिया ने टॉस जीतकर फील्डिंग की. टीम इंडिया के बॉलर कुलदीप यादव मुकाबले में शानदार बॉलिंग करने में सफल रहे. उन्होंने बेहतरीन गेंदाबाजी करते हुए 3 विकेट विकेट चटकाए. इस दौरान उन्होंने काफी प्रभावशाली गेंदबाज की. गुवाहाटी में खेले गए पहले वनडे में कुलदीप को प्लेइंग इलेवन में मौका नहीं दिया गया था. वहीं बांग्लादेश के खिलाफ भी वनडे सीरीज के दौरान उन्हें सिर्फ आखिरी मैच की प्लेइंग इलेवन शामिल किया गया. यह कुलदीप का दुर्भाग्य ही है कि शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद अभी भी टीम इंडिया में किसी फॉर्मेट में उनकी जगह पक्की नहीं हैं. 


चाइनामैन बॉलर की खासियत


कुलदीप यादव टीम इंडिया के पूर्व कोच अनिल कुंबले की खोज हैं. वह बाएं हाथ के लेग स्पिनर हैं. क्रिकेट की भाषा में ऐसे गेंदबाज को चाइनमैन बॉलर कहा जाता है. वह भारतीय क्रिकेट इतिहास में अब तक के इकलौते चाइनामैन बॉलर हैं. पूरे विश्व क्रिकेट में अब तक जितने चाइनामैन गेंदबाज हुए हैं उन्हें उंगलियों पर गिना जा सकता है. यह सच है कि बाएं हाथ के स्पिनर कभी-कभी महंगे साबित होते हैं. लेकिन ऐसे गेंदबाजों की सबसे बड़ी खासियत दूसरे बॉलर्स की अपेक्षा जल्दी विकेट दिलाते हैं. कुलदीप यादव यह बार-बार साबित कर चुके हैं. श्रीलंका के खिलाफ कोलकाता वनडे में अगर देखा जाए तो कुलदीप ने दूसरे गेंदबाजों की अपेक्षा जल्दी-जल्दी विकेट दिलाए. 


कुलदीप का दुर्भाग्य


कुलदीप के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर नजर डाली जाए तो वह सभी फॉर्मेट में 200 विकेट ले चुके हैं. इसके बावजूद भारतीय क्रिकेट टीम में किसी भी प्रारूप में उनकी जगह पक्की नहीं हैं. बांग्लादेश के खिलाफ चटगांव टेस्ट में प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब जीतने वाले कुलदीप को अगले टेस्ट मैच की प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया था. इसके बाद उन्हें वनडे सीरीज के लगातार दो मुकाबलों में अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया. जो गेंदबाज इंटरनेशलन क्रिकेट मे 200 विकेट ले चुका हो फिर भी उसकी टीम में जगह पक्की न हो तो इसे उसका दुर्भाग्य नहीं तो और क्या कहा जाएगा? 


चहल फिट होते तो कुलदीप को नहीं मिलता मौका


कुलदीप यादव कभी फर्स्ट चॉइस बॉलर नहीं रहे. यह विराट कोहली की कप्तानी में भी देखा गया. बीते एक साल से रोहित शर्मा औपचारिक रूप से तीनों फॉर्मेट में भारत के कप्तान हैं. उनकी कप्तानी में भी कुलदीप की उपेक्षा हुई है. अमूमन देखने में आया है कि कुलदीप को उस समय टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाता है जब टीम का कोई स्पिनर फिट नहीं होता है या चोटिल होकर बाहर हो जाता है. श्रीलंका के खिलाफ दूसरे वनडे में यही सूरत-ए-हाल रहा. युजवेंद्र चहल फिट नहीं थे. इसलिए कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया. अगर चहल फिट होते तो दूसरे वनडे में शर्तिया खेलते. 


कुलदीप के आंकड़े


कुलदीप यादव के आंकड़े देखे जाएं तो उन्होंने 74 वनडे में 122 विकेट लिए हैं. वह एकदिवसीय मैच में एक बार 5 विकेट और पांच बार 4 विकेट ले चुके हैं. वनडे में 25 रन देकर 6 विकेट आउट करना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. जबकि कुलदीप ने 8 टेस्ट में 34 विकेट झटके हैं. वह क्रिकेट के सबसे बड़े प्रारूप में तीन बार पांच विकेट और दो बार चार विकेट आउट करने में सफल रहे. इतना ही नहीं कुलदीप ने 25 टी20 इंटरनेशनल में 44 विकेट लिए हैं. टी20 अंतरराष्ट्रीय में 24 रन देकर 5 विकेट आउट करना उनकी बेस्ट प्रदर्शन है. चाहे टेस्ट हो, वनडे हो, टी20 इंटरनेशनल हो, प्रथम श्रेणी मैच हो, लिस्ट ए मैच हो या फिर टी20 क्रिकेट हो कुलदीप हर फॉर्मेट के मैच की पारी में 5 या उससे अधिक विकेट लिए हैं.  


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