IND vs SL: श्रीलंका ने जब ईडन गार्डन्स पर तोड़े करोड़ों दिल, मैदान पर रो दिए विनोद कांबली, जानिए कभी न भुलाए जाने वाले मैच की कहानी
India vs Sri Lanka: भारत और श्रीलंका के बीच दूसरा वनडे कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर खेला जाएगा. इस मैदान से भारत की कई खट्टी-मीठी यादें जुड़ी हैं.
India vs Sri Lanka Eden Gardens Kolkata: भारत और श्रीलंका के बीच तीन वनडे मैचों की सीरीज का दूसरा मुकाबला 12 जनवरी को कोलकाता के ईडन गार्डन्स पर खेला जाएगा. इस मुकाबले में जहां टीम इंडिया की नजर सीरीज में अजेय बढ़त लेने पर होगी. वहीं श्रीलंका सीरीज में वापसी के लिए जद्दोजहद करेगा. श्रृंखला में बने रहने के लिए मेहमानों को यह मुकाबला हर हाल जीतना होगा. भारत गुवाहाटी में खेला गया पहला वनडे जीतकर सीरीज में 1-0 से आगे है. जहां तक ईडन गार्डन्स की बात है तो टीम इंडिया की इस मैदान से कई खट्टी-मीठी यादें जुड़ी हैं.
इसी मैदान पर भारत ने ऑस्ट्रेलिया के लगातार 16 टेस्ट मैच जीतने के विजय रथ को रोका था. तो इसी ईडन गार्डन्स पर भारत को श्रीलंका के खिलाफ कभी न भुलाई जाने वाली हार भी मिली. आइए आपको आज उसी मैच की यादों के सफर पर लेकर चलते हैं जब 1996 विश्व कप सेमीफाइनल में श्रीलंका ने भारत को हराया था. उस मैच में विनोद कांबली रोते हुए मैदान से बाहर आए थे. श्रीलंका से मिली हार को दर्शक भी नहीं पचा पाए और उन्होंने कुछ स्टैंड्स में आग लगा दी थी.
वर्ल्ड कप सेमीफाइनल
13 मार्च 1996 को भारत और श्रीलंका के बीच वर्ल्ड कप का पहला सेमीफाइनल ईडन गार्डन्स पर खेला गया. इस मैच में भारत ने टॉस जीतकर बॉलिंग की. श्रीलंका ने पहले खेलते हुए 8 विकेट पर 251 रन बनाए. अरविंद डिसिल्वा 66 और रोशन महानामा 58 रन बनाकर टॉप स्कोरर रहे. उनके अलावा अर्जुन राणातुंगा ने 35 और हसन तिलकरत्ने ने 32 रन की पारी खेली. भारत की तरफ से जवागल श्रीनाथ ने सर्वाधिक 3 विकेट लिए. जबकि सचिन तेंदुलकर ने 2 खिलाड़ियों को आउट किया. उनके अलावा अनिल कुंबले और वेंकटेश प्रसाद को 1-1 विकेट मिला.
भारत की निराशाजनक शुरुआत
जीत के लिए 252 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की शुरुआत काफी खराब रही. भारत का पहला विकेट 8 रन पर गिर गया. पारी का आगाज करने आए नवजोत सिंह सिद्धू सिर्फ 3 रन बना सके. इस दरम्यान सचिन तेंदुलकर ने छोर पर टिक कर बैटिंग करते हुए संजय मांजेरकर के साथ 90 रन की पार्टनरशिप की. तेंदुलकर और मांजरेकर जिस अंदाज में खेल रहे थे ऐसा लगा कि भारत आराम से लक्ष्य तक पहुंच जाएगा. इसके बाद सनथ जयसूर्या ने बॉलिंग में कमाल कर दिया. उन्होंने सचिन और मांजरेकर को आउट पर श्रीलंका की वापसी कराई. नंबर चार पर बैटिंग करने आए कप्तान अजहरुद्दीन खाता भी नहीं खोल पाए. कुल मिलाकर 110 के स्कोर पर भारत के 5 विकेट गिर गए.
बेकाबू भीड़ ने लगा दी आग
इस सेमीफाइनल मुकाबले में भारत का पांचवां विकेट जवागल श्रीनाथ के रूप में आउट हुआ. जैसे ही टीम इंडिया का पांचवां विकेट गिरा ईडन गार्डन्स पर मौजूद दर्शक बेकाबू हो गए. वे भारत को हारता हुआ देखना नहीं चाहते थे. भारत ने अपने सात विकेट सिर्फ 22 रन पर खो दिए. अभी भारत को मैच जीतने के लिए 15.5 ओवर में 132 रन बनाए थे. इस दौरान दर्शकों ने कुछ स्टैंड्स में आग लगा दी. फील्डिंग कर रहे श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर बोतलें फेंकी. मैदान पर अफरातफररी का माहौल था. मैच रेफरी क्लाइव लॉयड ने 15 मिनट तक खेल रोक दिया. लेकिन जब मैच शुरू हुआ तो आक्रोशित भीड़ फिर श्रीलंकाई खिलाड़ियों पर बोतलें फेंकना शुरू कर दिया. इसके बाद मैच रोक दिया गया. मैच रेफरी ने श्रीलंका को विजेता घोषित किया. जब मैच रोका गया था तब भारत ने 8 विकेट पर 120 रन बनाए थे.
रोते हुए नजर आए कांबली
श्रीलंका को विजेता घोषित करने के बाद उसके खिलाड़ी वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचने का जश्न मना रहे थे. 10 रन पर नॉट आउट विनोद कांबली को भरोसा नहीं हुआ कि भारत वर्ल्ड कप से बाहर हो गया. वह रोते हुए मैदान से बाहर आए. विनोद कांबली को आज भी इस बात की कसक है कि उस मैच में किसी भारतीय खिलाड़ी ने उनका साथ नहीं दिया. कुछ साल पहले कांबली ने एक इंटरव्यू में कहा था कि अगर 1996 वर्ल्ड कप में कोई खिलाड़ी मेरा साथ देता तो मैं मैच निकाल देता.
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