Rohit Sharma Statement: भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच पहला टेस्ट डोमिनिका में खेला गया. इस मैच में टीम इंडिया ने एक पारी और 141 रनों से शानदार जीत दर्ज की. भारत की इस जीत में पूरी टीम का शानदार योगदान रहा. इस इस मैच में डेब्यू करने वाले यशस्वी जयासवाल ने 171 रनों की पारी खेल सभी का दिला जीता. उन्हें इसके लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ के खिताब से नवाज़ा गया. वहीं इस जीत के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा बेहद खुश दिखाई दिए.
रोहित शर्मा ने मैच के बाद कई खिलाड़ियों की तारीफ की. मैच के बाद भारतीय कप्तान ने कहा, “देश के लिए हर रन बनाना अमह होता है. मैं ये कहने के साथ शुरू करना चाहूंगा कि गेंद के साथ शानदार प्रयास था. उन्हें 150 पर ऑलआउट कर देने से मैच हमारे लिए बन गया था. हम जानते थे कि बल्लेबाज़ी मुश्किल होगी, रन बनाना आसान नहीं था. हम जानते थे कि हम केवल एक बार बल्लेबाजी करना चाहते थे और लंबी बल्लेबाज़ी करना चाहते थे. 400 से अधिक रन बनाए और फिर हमने अच्छी गेंदबाजी की.”
यशस्वी जयासवाल की जमकर तरीफ की
रोहित शर्मा ने डेब्यू टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले यशस्वी जयासवाल को लेकर बात करते हुए कहा, “उसे पास टैलेंट है, उसने पहले पहले भी हमें दिखाया है कि वह तैयार है. आया और समझदारी से बल्लेबाजी की. स्वभाव का टेस्ट भी किया गया था, किसी भी स्तर पर वह घबरा नहीं रहा था. हम जो बात कर रहे थे, वह उसे याद दिलाने के लिए थी कि ‘आप यहां के हैं. आपने कड़ी मेहनत की है, यहां अपना टाइम एंजॉय करें.’
क्यों ईशान किशन की बैटिंग के बाद पारी क्यों घोषित की?
टीम इंडिया मे पहली पारी में 5 विकेट पर 421 रन बनाकर पारी घोषित कर दी थी. पारी घोषित करने और ईशान किशन के डेब्यू के बारे में रोहित शर्मा ने कहा, “मैं डिक्लेयर करने से पहले उन्हें बता रहा था कि हमारे पास एक ओवर है. मैं चाहता था कि ईशान अपनी छाप छोड़े, मैं उसे अपना निजी निशान हासिल करने के लिए कहना चाहता था और फिर हमें पारी घोषित करनी पड़ी. मैं देख सकता था कि वह हमेशा बल्लेबाजी करने के लिए उत्सुक था, यह उनके लिए निराशाजनक हो सकता था.”
अश्विन और जडेजा को लेकर कही ये बात
भारतीय कप्तान ने स्पिनर आर अश्विन और ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के बारे में बात करते हुए कहा, “परिणाम खुद के लिए बोलते हैं, वे कुछ समय से ऐसा कर रहे हैं. उन्हें बताने के लिए बहुत कुछ नहीं है, यह उन्हें अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देने के बारे में है. इस तरह की पिचों पर इन खिलाड़ियों का अनुभव हमेशा लक्जरी होता है. अश्विन और जडेजा दोनों शानदार थे. खासकर अश्विन का इस तरह से गेंदबाजी करना शानदार था. बता दें कि अश्विन ने इस मैच में 12 विकेट लिए.
भारतीय कप्तान ने आगे कहा, “अच्छी शुरुआत करना हमेशा अच्छा होता है, यह एक नया चक्र है. हम पिच को लेकर ज़्यादा चिंतित नहीं थे, हम बस यहां परिणाम लेना चहाते थे. अच्छी शुरुआत करना ज़रूरी था. उस इस लय को दूसरे टेस्ट में ले जाने के बारे में है. यहां कई ऐसे नए लोग हैं, जिन्होंने ज़्यादा टेस्ट क्रिकेट नहीं खेला है, इसलिए अब सिर्फ उन्हें मैदान पर लाने के बारे में है.”
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