सीरीज शुरू होने से पहले ही हालांकि मेजबान टीम को दो बड़े झटके लग चुके हैं. ओपनर शिखर धवन और तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार चोटिल होने के कारण पहले ही सीरीज से बाहर हो चुके हैं. धवन को सूरत में खेले गए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में महाराष्ट्र के खिलाफ घुटने में चोट लग गई थी. धवन की जगह मयंक अग्रवाल को भारतीय टीम में शामिल किया गया है जबकि भुवनेश्वर कुमार की जगह तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर को मौका मिला है.
अपने इन चोटिल खिलाड़ियों के बावजूद भारतीय टीम अपनी घरेलू परिस्थितियों में बढ़े हुए मनोबल के साथ उतरेगी. कप्तान विराट कोहली के लिए हालांकि अंतिम एकादश का चयन करना थोड़ा मुश्किल होगा. टीम के गेंदबाजी कोच भरत अरुण पहले ही यह कह चुके हैं कि वह एक आदर्श और संतुलित टीम पर ध्यान दे रहे हैं.
अब यह देखना काफी दिलचस्प होगा कि मेजबान टीम चेन्नई की धीमी पिच को देखते हुए कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल में से किसी अंतिम एकादश में मौका देती है. दूसरी तरफ वेस्टइंडीज की टीम पिछले कुछ समय से वनडे में पूरी तरह से फ्लॉप रही है. टीम ने अगस्त 2014 के बाद से पिछले 16 द्विपक्षीय सीरीज में से एक भी सीरीज नहीं जीती है.
हालांकि टीम ने अपनी पिछली वनडे सीरीज में अफगानिस्तान पर 3-0 से क्लीन स्वीप की है और इससे मेहमान टीम का मनोबल बढ़ा हुआ है. कैरेबियाई टीम के लिए राहत की बात यह है कि शाई होप अब टीम में लौट चुके हैं. भारत ने पिछली बार वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली गई थी वनडे सीरीज 2-0 से जीता था.
एम चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच धीमी है और पिछले सात वनडे मैचों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने छह बार यहां मैच जीते हैं. ऐसे में कोहली टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने के लिए उतर सकते हैं.
भारतीय टीम : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा (उप-कप्तान), मयंक अग्रवाल, लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), शिवम दुबे, केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, दीपक चहर, मोहम्मद शमी, शार्दुल ठाकुर.
वेस्टइंडीज : केरन पोलार्ड (कप्तान), फेबियन एलन, शेल्डन कॉटरेल, शिमरन हेटमायेर, जेसन होल्डर, ब्रेंडन किंग, एविन लुइस, कीमो पॉल, निकोलस पूरन, खारी पीएरे, दिनेश रामदीन, शेरफाने रदरफोर्ड, लेंडल सिमंस, हेडन वॉल्श जूनियर, किसरिक विलियम्स.