दो टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले के चौथे दिन भारत के द्वारा दिए गए 468 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही वेस्टइंडीज ने लंच ब्रेक तक चार विकेट पर 145 रन बनाए हैं. वेस्टइंडीज को अब भी जीत के लिए 323 रन की दरकार है जबकि उसके छह विकेट शेष हैं.
लंच के समय शमारा ब्रूक्स 36 जबकि जर्मेन ब्लैकवुड 33 रन बनाकर खेल रहे हैं. इन दोनों को ही भारतीय फील्डरों ने चौथे दिन के पहले सत्र में जीवनदान दिए. सुबह का सत्र भारत के गेंदबाजों और फील्डरों के लचर प्रदर्शन के कारण वेस्टइंडीज के नाम रहा जिसने दो विकेट गंवाकर 100 रन जोड़े.
वेस्टइंडीज ने दिन की शुरुआत दो विकेट पर 45 रन से की. मेजबान टीम के बल्लेबाजों ने पहले घंटे में भारतीय गेंदबाजों को सफलता से महरूम रखा जिन्होंने दिशाहीन गेंदबाजी की.
ब्रूक्स ने मोहम्मद शमी की दिन की पहली गेंद को ही चार रन के लिए भेजा. डेरेन ब्रावो (23) ने चौथे ओवर की पहली गेंद पर जसप्रीत बुमराह पर चौका मारा लेकिन इसके साथ ही वह चक्कर आने जैसी स्थिति के कारण ड्रेसिंग रूम वापस लौट गए.
कल बुमराह की बाउंसर पर चोटिल हुए ब्रावो को जांच के लिए डॉक्टर के पास ले जाया गया और इसके बाद उन्हें मैच से बाहर होना पड़ा. वेस्टइंडीज ने चक्कर आने से संबंधित नए नियमों के तहत जर्मेन ब्लैकवुड को उनके विकल्प के तौर पर उतारने का फैसला किया.
ब्रूक्स और रोस्टन चेस ने इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को कुछ देर के लिए परेशान किया लेकिन पहले घंटे के ड्रिंक्स ब्रेक के बाद जडेजा ने चेस को एलबीडबल्यू कर दिया. चेस ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन अंपायर कॉल के कारण उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा. उन्होंने 12 रन बनाए.
शिमरोन हेटमायर (01) भी इशांत के अगले ओवर में एक्सट्रा कवर पर मयंक अग्रवाल को बेहद आसान कैच देकर पवेलियन लौटे. ब्लैकवुड इसके बाद मैदान पर उतरे जो गेंद लगने पर चक्कर आने संबंधित नियम के तहत खेलने वाले दूसरे क्रिकेटर बने.
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरे एशेज टेस्ट के दौरान स्टीव स्मिथ के जोफ्रा आर्चर की गेंद पर चोटिल होने के बाद मार्नस लाबुशेन इस नियम के तहत खेलने वाले पहले क्रिकेटर बने थे. जडेजा के अगले ओवर में ही ब्लैकवुड भाग्यशाली रहे जब विकेटकीपर ऋषभ पंत ने उनका कैच टपका दिया. ब्लैकवुड ने इस समय खाता भी नहीं खोला था.
ब्लैकवुड ने शुरू से ही आक्रामक तेवर दिखाए. उन्होंने शमी पर दो चौके जड़ने के बाद जडेजा पर छक्का भी मारा. ब्लैकवुड को 21 रन के स्कोर पर दूसरा जीवनदान मिला जब शमी ने अपनी ही गेंद पर उनका कैच टपका दिया.
ब्रूक्स भी 30 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब जडेजा की गेंद पर स्लिप में अजिंक्य रहाणे को कैच दे बैठे लेकिन यह नो बॉल हो गई क्योंकि गेंदबाज का पैर क्रीज से बाहर था.
लंच से पहले के अंतिम ओवर में ब्लैकवुड को तीसरा जीवनदान मिला जब जडेजा की गेंद पर शॉर्ट कवर पर अग्रवाल उनका मुश्किल कैच नहीं लपक पाए.