India vs West Indies 2nd Test: भारतीय क्रिकेट टीम के बॉलिंग कोच पारस म्हाम्ब्रे ने दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज के डिफेंसिव खेल को लेकर उनके बल्लेबाजों पर निशाना साधा है. साथ ही उन्होंने पिच पर भी सवाल उठाए. आइये जानें उन्होंने क्या कुछ कहा.
गेंदबाजी कोच पारस म्हाम्ब्रे ने दूसरे टेस्ट मैच के लिए उपयोग की जा रही पिच को बल्लेबाजी के लिए बेहद धीमी करार दिया. साथ ही उन्होंने शॉट खेलने का प्रयास तक नहीं करने के लिए वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों की आलोचना भी की.
वेस्टइंडीज दो मैचों की सीरीज में अभी 0-1 से पीछे है. उसने दूसरे टेस्ट में भारत के 438 रन के जवाब में तीसरे दिन रन बनाने के लिए कोई विशेष प्रयास नहीं किए. कैरेबियाई टीम ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 229 रन बनाए थे और वो भारत से 209 रन पीछे है.
म्हाम्ब्रे ने तीसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, "पिच बेहद धीमी और बल्लेबाजी के लिए बहुत आसान है. दिन का खेल समाप्त होने तक यह थोड़ा टर्न लेने लग गई थी. वेस्टइंडीज ने बल्लेबाजी में बेहद रक्षात्मक रवैया अपनाया. जब बल्लेबाज शॉट खेलने का प्रयास करता है तो विकेट लेने का भी मौका होता है, लेकिन उन्होंने ऐसी कोशिश ही नहीं की."
उन्होंने आगे कहा, "हमारे गेंदबाजों ने प्रभावशाली प्रदर्शन किया. उन्हें जो भी मौके मिले उन्होंने उसका फायदा उठाया. पिच जीवंत होनी चाहिए. बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए संतुलन होना चाहिए. डोमिनिका की पिच में टर्न था, लेकिन हमने परिस्थितियों का बेहतर इस्तेमाल किया. इस पिच पर हालांकि 20 विकेट लेना मुश्किल होगा."
भारतीय गेंदबाजी कोच ने अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे तेज गेंदबाज मुकेश कुमार के प्रदर्शन पर संतोष जताया, जिन्होंने किर्क मैकेंजी के रूप में अपना पहला विकेट लिया.
म्हाम्ब्रे ने कहा, "पहले सत्र में पहली गेंद करने के बाद उसने जो प्रगति दिखाई उससे मैं काफी खुश हूं. दूसरे सत्र में उसने गेंद को कुछ मूव किया. यह वास्तव में अच्छा प्रयास था."
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