IND vs WI: दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने दर्ज की बड़ी जीत, वेस्टइंडीज को 10 विकेट से हराया
पहले टेस्ट को भारत ने पारी और 272 रनों से जीता था जबकि दूसरे टेस्ट में भारत को 10 विकेट से जीत मिली.
उमेश यादव(133/10) के करियर बेस्ट गेंदबाजी की बदौलत भारत ने हैदराबाद में खेले गए दूसरे टेस्ट में वेस्टइंडीज को 10 विकेट से हरा दिया. राजकोट में पारी और 272 रनों की रिकॉर्ड जीत दर्ज करने के बाद भारत ने पहली बार वेस्टइंडीज के खिलाफ 10 विकेट से दर्ज जीत की है. इस जीत के साथ मेजबान भारत ने क्लीन स्वीप करते हुए टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली.
अपने घर में भारत की ये लगातार 10वीं सीरीज जीत है. इस जीत के साथ टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया(2 बार) के लगातार 10 सीरीज जीत की बराबरी भी कर ली है. ऑस्ट्रेलिया ने 1994 से 2000 और 2004 से 2008 तक अपने घर में कुल 10 सीरीज अपने नाम किया था. भारत ने 2013 के बाद अपने घर में एक भी सीरीज नहीं गंवाया है.
उमेश यादव की कहर बरपाती गेंदबाजी के आगे वेस्टंडीज की दूसरी पारी महज 127 रनों पर ढेर हो गई. भारत के सामने 72 रनों का लक्ष्य था जिसे सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल(33) और पृथ्वी शॉ(33) ने दिन खत्म होने से ठीक पहले आसानी से हासिल कर लिया. राहुल ने अपनी 53 गेंद की पारी में 1 चौका और एक छक्का लगाया तो दूसरी तरफ पृथ्वी ने 45 गेंद की पारी में चार बार गेंद को सीमा रेखा से बाहर भेजा.
तीसरे दिन भारत ने अपनी पारी चार विकेट पर 308 रनों से आगे शुरू की लेकिन वेस्टइंडीज के गेंदबाजों ने भारत को 367 पर रोक दिया. पहली पारी के आधार पर भारत के सामने 56 रनों की बढ़त थी जो मैच में अहम साबित हुई. लंच के बाद बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज की दूसरी पारी टी के बाद 46.1 ओवर में 127 रनों पर ढेर हो गई.
भारत की ओर से दूसरी पारी में उमेश यादव ने 45 रन देकर चार विकेट झटके. पहली पारी में उन्होंने 88 रन देकर छह विकेट झटके थे. उमेश के अलावा रविन्द्र जडेजा ने 3, अश्विन ने दो और कुलदीप ने 1 विकेट लिए.
वेस्टइंडीज की दूसरी पारी जल्द खत्म होने के बाद भारत के सलामी बल्लेबाजों ने तीसरे दिन ही मैच खत्म करने का इरादा बनाया. पिछली दो पारी से फ्लॉप हो रहे राहुल ने छक्के के साथ पारी शुरू कर लय हासिल की अंत में शॉ ने चौका लगा कर भारत को जीत दिला दी. विजयी शॉट के साथ पृथ्वी के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज हो गया. वो भारत के लिए विजयी शॉट लगाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बन गए.