हरारे: लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की अगुवाई में अपने गेंदबाजों के उम्दा प्रदर्शन के दम पर भारत ने दूसरे वनडे क्रिकेट मैच में जिम्बाब्वे को आठ विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढत बना ली.



चहल के तीन विकेट समेत गेंदबाजों के अनुशासित प्रदर्शन की मदद से भारत ने जिम्बाब्वे को 34.3 ओवर में 126 रन पर समेट दिया. जवाब में जीत का लक्ष्य 26.5 ओवर में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया.



भारत को आसान लक्ष्य का पीछा करने में कोई कठिनाई नहीं हुई. पिछले मैच में पदार्पण के साथ नाबाद शतक जमाने वाले लोकेश राहुल के रूप में भारत ने पहला विकेट गंवाया जो 50 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 33 रन बनाकर आउट हुए. उन्हें 15वें ओवर में चामू चिभाभा ने पगबाधा आउट किया.



जीत से दो रन दूर रहते भारत ने दूसरा विकेट गंवा दिया जब करूण नायर को सिकंदर रजा ने पगबाधा आउट किया. उन्होंने 68 गेंद में पांच चौकों की मदद से 39 रन बनाये. वहीं पहले मैच में अर्धशतक जमाने वाले अंबाती रायुडू 41 रन बनाकर नाबाद रहे. उन्होंने 44 गेंदों का सामना करके अपनी पारी में सात चौके जड़े.



भारत ने इससे पहले 2013 में जिम्बाब्वे को 5-0 से और 2015 में 3-0 से हराया था. इस जीत के साथ भारत ने इस सीरीज में भी क्लीन स्वीप की ओर कदम बढा दिया है.



इससे पहले जिम्बाब्वे ने आखिरी सात विकेट 20 रन के भीतर गंवा दिये और पूरी टीम 34.3 ओवर में आउट हो गई.



भारत के लिये तेज गेंदबाज बरिंदर सरन ने 17 रन देकर और धवल कुलकर्णी ने 31 रन देकर दो विकेट लिये. इससे पहले चहल ने 25 रन देकर तीन विकेट चटकाये. भारत ने इस तरह सीरीज में 2-0 से बढत बना ली.



हरारे स्पोर्ट्स क्लब मैदान पर कड़ाके की सर्दी के बीच भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला लिया. सरन और कुलकर्णी को शुरूआत से ही स्विंग मिलने लगी.



जिम्बाब्वे के लिये पारी का आगाज हैमिल्टन मसाकाजा (9) और चामू चिभाभा (21) ने किया लेकिन यह दाव कारगर साबित नहीं हुआ. जिम्बाब्वे के तीन विकेट दस ओवर के भीतर 39 रन पर गिर गए थे.



अनुभवी वुसी सिबांडा ने 69 गेंद में 53 रन बनाकर बल्लेबाजी के पतन को रोका. उन्होंने सिकंदर रजा (41 गेंद में 16 रन) के साक 67 रन जोड़कर टीम को 100 रन के पार पहुंचाया.



चहल ने रजा और एल्टन चिगुंबुरा को लगातार दो गेंदों पर आउट करके पारी का पतन शुरू किया. वह हैट्रिक पूरी नहीं कर सके लेकिन सिबांडा को 13 गेंद बाद पवेलियन भेजकर जिम्बाब्वे का संकट बढा दिया. उस समय स्कोर छह विकेट पर 107 रन था.



सिबांडा ने छह चौकों और एक छक्के के साथ अपना अर्धशतक पूरा किया.



इस पिच पर बल्लेबाजों के लिये स्ट्रोक्स खेलना काफी मुश्किल हो गया था. जिम्बाब्वे के बल्लेबाजों ने भी पहले मैच की गलतियों से सबक नहीं लिया. ग्यारहवें नंबर के बल्लेबाज सीन विलियम्स उंगली की चोट के कारण बल्लेबाजी के लिये नहीं उतरे.