India Tour of England: इंडिया और इंग्लैंड के बीच बर्मिंघम के एजबेस्टन स्टेडियम में आज से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मुकाबला शुरू होने जा रहा है. फिलहाल टीम इंडिया सीरीज में 2-1 से आगे है और उसके पास इंग्लैंड की धरती पर 15 साल बाद इतिहास रचने का मौका है. 2007 से बाद से टीम इंडिया कभी भी इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज अपने नाम नहीं कर पाया है.


लेकिन बेहद ही रोमांचक रही इस सीरीज में टीम इंडिया की पकड़ मजबूत दिखाई दे रही है. पिछले साल इंग्लैंड को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेलते हुए टीम इंडिया ने सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली थी. लेकिन सीरीज का निर्णायक मुकाबला कोविड 19 की वजह से रद्द हो गया और इसका आयोजन अब एक साल बाद होने जा रहा है. हालांकि एक साल बाद ही सही लेकिन टीम इंडिया को इतिहास दोहराने का मौका मिल गया है.


बीते एक दशक में इंडिया का इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट रिकॉर्ड बेहद ही खराब रहा है. 2011 में टीम इंडिया ने चार टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए इंग्लैंड का दौरा किया था. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में इंग्लैंड दौरे पर इंडिया का प्रदर्शन बेहद ही खराब रहा और उसे 4-0 से करारी हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2014 में हुई पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में इंडिया को 3-1 से हार का सामना करना पड़ा. 2018 में भी टीम इंडिया की किस्मत नहीं बदली और पांच मैचों की सीरीज में उसके हिस्से 4-1 से हार आई.


इंडिया के पास बेहतरीन मौका


हालांकि इससे पहले 2007 में टीम इंडिया ने 21 साल बाद इंग्लैंड की धरती पर सीरीज अपने नाम की थी. इंडिया ने अब तक इंग्लैंड में तीन बार टेस्ट सीरीज जीती है. 1971 में इंडिया ने इंग्लैंड को उसकी धरती पर तीन मैचों की सीरीज में 1-0 से हराया था. इसके बाद 1986 में इंडिया ने इंग्लैंड को दोबारा तीन टेस्ट की सीरीज में 2-0 से हराया. लेकिन अगली सीरीज जीत के लिए इंडिया को 21 साल का लंबा इंतजार करना पड़ा और वह तीन मैचों की सीरीज 1-0 से अपने नाम करने में कामयाब रही.


अब जसप्रीत बुमराह की कप्तानी में इंडिया के पास फिर से इंग्लैंड की धरती पर सीरीज जीतने का मौका है. हालांकि इंग्लैंड की टीम में हाल में हुए बदलाव के बाद इंडिया के लिए ये चुनौती आसान नहीं रहने वाली है.


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