2007 की जीत के बाद एक बार फिर से 2018 में भी टीम इंडिया इंग्लैंड को उसकी सरज़मीं पर हराने में नाकाम रही है. ऐसी उम्मीद जताई जा रही थी कि विराट कोहली की अगुवाई वाली इस टीम में वो दम है जो किसी भी टीम को उसके घर में धूल चटा सकती है. लेकिन विराट के नेतृत्व वाली ये टीम ना सिर्फ सीरीज़ गंवा बैठी बल्कि 4-1 से बुरी हार भी झेल सकती है.


विराट कोहली ने इस सीरीज़ में सर्वाधिक रन बनाए हैं लेकिन वो अपनी टीम को सफलता दिलाने में नाकामयाब साबित हुए हैं. अब टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और दिग्गज सुनील गावस्कर ने भी खुलकर विराट को हार के लिए जिम्मेदार मानते हुए कहा है कि विराट की कप्तानी से फैंस निराश हुए हैं.


गावस्कर ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा कि 'विराट की कप्तानी से लोगों को निराशा हुई है और वो उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और ना ही नतीजे दे सके.
गावस्कर बोले कि 'धोनी के जाने के बाद जब टेस्ट टीम की कमान कोहली के हाथों में दी गई थी तो फैंस की उम्मीदें बहुत अधिक बढ़ गई थीं. धोनी बेहद शांत रहकर कप्तानी करते थे और लोगों को लगा था कि एक ऐसा खिलाड़ी कप्तान बना है जो अपने जुनून से पूरी टीम में ऊर्जा भर देगा. अगर विराट से इस तरह की उम्मीदें थीं तो फिर उनकी असफलता पर सवाल भी ज्यादा उठेंगे ही.'


इसके साथ ही लिटिल मास्टर ने कहा कि 'हर कोई जानता है कि दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा ही असल परीक्षा है. इससे पहले जो सीरीज खेली गईं है वो सिर्फ प्रैक्टिस मैचों की तरह थीं.’


इतना ही नहीं गावस्कर ने इस पर भी सवाल उठा दिए कि हार्दिक पांड्या का टीम में ठीक तरह से इस्तेमाल नहीं किया गया. गावस्कर बोले, 'पांड्या के पास टैलेंट है, जिसकी झलक उन्होंने पहले भी दिखा है. लेकिन मुझे लगता है कि बल्ले और गेंद से जितना उनका इस्तेमाल किया जाना चाहिए था उतना किया नहीं गया.'