INDvsAUS: तीसरे वनडे में ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर टीम इंडिया का सीरीज पर कब्जा
इंदौर: पांच वनडे मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हरा दिया. इसी जीत के साथ ही भारत ने सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त ले ली है.
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए एरॉन फिंच (124) के शतक और कप्तान स्टीव स्मिथ (63) की पारियों के दम पर पूरे 50 ओवर खेलते हुए छह विकेट के नुकसान पर 293 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया. भारत ने 294 के लक्ष्य को हार्दिक पांड्या (78) रोहित शर्मा (71) और अजिंक्य रहाणे (70) की बेहतरीन पारियों के बूते 47.5 ओवरों में ही पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया.
पांड्या ने दो विकेट भी लिए. ऑलराउंडर खेल के लिए उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया.
रोहित और रहाणे ने पहले विकेट के लिए 139 रनों की साझेदारी करते हुए जीत की नींव रखी. इसके बाद पांड्या और मनीष पांडे (नाबाद 36) ने पांचवें विकेट के लिए 78 रनों की साझेदारी कर टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचाया. महेंद्र सिंह धौनी (नाबाद 3) और पांडे ने मिलकर जीत की औपचारिकता को पूरा किया.
रोहित और रहाणे की जोड़ी ने टीम को अच्छी शुरुआत दी और ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को परेशान किया. 71 रन बनाने के लिए रोहित ने 62 गेंदें ही खेलीं और अपनी पारी में छह चौके और चार छक्के मारे. उन्हें नाथन कल्टर नाइल ने पवेलियन भेजकर मेहमान टीम को पहली सफलता दिलाई. टीम के खाते में आठ रन ही जुड़े थे कि रहाणे कमिंस की गेंद पर पगबाधा करार दे दिए गए. रहाणे ने 76 गेंदें खेलीं और नौ चौके लगाए.
दो सेट बल्लेबाजों के आउट होने के बाद भारत पर थोड़ा दबाव आ गया था. कोहली ने फिर जिम्मेदारी ली और टीम को 203 रनों के कुल स्कोर तक पहुंचाया. उन्होंने पांड्या के साथ तीसरे विकेट के लिए 56 रन जोड़े.
हालांकि, कोहली अपनी पारी को 28 रनों से आगे नहीं बढ़ा पाए. एश्टन अगर की गेंद पर वह फिंच के हाथों लपके गए. कप्तान का स्थान लेने आए केदार जाधव अपने बल्ले से सिर्फ दो रनों का ही योगदान दे सके. तीन रनों के भीतर दो विकेट खोने के बाद मेजबान टीम एक बार फिर दबाव में थी और ऑस्ट्रेलिया को जीत की खुशबू आने लगी थी. पांड्या ने ऑस्ट्रेलिया के सपने को तोड़ दिया.
यहां से उन्होंने मनीष पांडे के साथ पारी को संभाला और टीम को जीत की दहलीज तक ले गए. 72 गेंदें खेलते हुए पांड्या ने पांच चौके और चार छक्के लगाए. ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्मिथ ने उनका कैच भी छोड़ा जिसका पांड्या ने बखूबी फायदा उठाया. जीत के लिए जब 10 रन चाहिए थे तभी पांड्या पवेलियन लौट लिए. इसके बाद धोनी और पांडे ने टीम को जीत दिलाई.
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को डेविड वार्नर (42) और फिंच ने बेहतरीन शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 70 रन जोड़े. वार्नर को पांड्या ने पवेलियन भेजा. यहां से फिंच और स्मिथ ने दूसरे विकेट के लिए 154 रनों की साझेदारी की. इस जोड़ी के सामने न भारतीय तेज गेंदबाज चले न पिछले दो मैचों से मेहमान टीम को परेशान करने वाले चाइनमैन कुलदीप यादव और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल की जोड़ी चली.
लेकिन जैसे ही यह जोड़ टूटी, ऑस्ट्रेलियाई टीम भटकती नजर आने लगी और 300 के आंकड़े के पार नहीं जा सकी.
इस जोड़ी ने भारतीय गेंदबाजों को दूसरे विकेट के लिए लंबा इंतजार करवाया. 224 के कुल स्कोर पर आखिरकार कुलदीप ने फिंच को जाधव के हाथों लपकवाकर पवेलियन भेजा. फिंच ने 125 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके और पांच छक्के लगाए.
कप्तान स्मिथ 243 के कुल स्कोर पर कुलदीप का ही शिकार बने. उन्होंने 71 गेंदों का सामना किया और पांच चौके लगाए. इन दोनों के जाने के बाद पिछले मैच में अर्धशतक लगाने वाले मार्कस स्टोइनिस (नाबाद 27) ने एक छोर संभाले रखा और टीम को 290 के आंकड़े तक पहुंचाया.
लेकिन, स्टोइनिस को दूसरे छोर से अच्छा साथ नहीं मिला और इसी कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम 300 का आंकड़ा पार नहीं कर पाई.
स्मिथ के जाने के बाद अगले ओवर में चहल ने खतरनाक ग्लैन मैक्सवेल (5) को छकाते हुए महेंद्र सिंह धोनी के हाथों स्टम्पिंग कराया. ट्रेविस हेड चार, पीटर हैंड्सकॉम्ब तीन रनों का ही योगदान दे सके. स्टोइनिस के साथ एश्टन अगर छह गेदों में एक चौके की मदद से नौ रन बनाकर नाबाद लौटे.
भारत की तरफ से कुलदीप और बुमराह ने दो-दो विकेट लिए. पांड्या और चहल को एक-एक सफलता मिली.