IND vs NZ: रोहित-विराट ने दिया गच्चा, सरफराज से भी मिला धोखा; जरूरत के समय किसी ने नहीं दिया साथ; अब कौन देगा जवाब
IND vs NZ 2nd Test: भारत को पुणे में खेले गए टेस्ट मैच में 113 रनों से शिकस्त मिली है. जानिए टीम इंडिया की हार का एक मुख्य पहलू क्या रहा?
India vs NZ 2nd Test Pune: भारत को न्यूजीलैंड के हाथों दूसरे टेस्ट में 113 रनों से हार मिली है. टीम इंडिया बेंगलुरु में खेले गए पहले मैच को 8 विकेट से हार गई थी और अब दूसरे मैच में भी हार के साथ वह सीरीज भी हार गई है. भारत की असफलता के पहलुओं पर नजर डालें तो रोहित शर्मा और विराट कोहली की नाकामी टीम पर बहुत भारी पड़ी है. बताते चलें कि भारत अपनी सरजमीं पर लगातार 18 टेस्ट सीरीज जीत चुका था, लेकिन न्यूजीलैंड के हाथों दूसरा टेस्ट हारने के साथ ही ही यह ऐतिहासिक सिलसिला भी समाप्त हो गया है.
भारत की नाकामी का कारण
खासतौर पर विराट कोहली की बात करें तो साल 2024 उनके लिए कतई अच्छा नहीं रहा है. कोहली ने इस साल 10 पारियों में बैटिंग की है, जिनमें उनका औसत केवल 22.2 का रहा है. उन्होंने इस साल महज 245 रन बनाए हैं. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में 70 रन की पारी से थोड़ी उम्मीद जगी थी, लेकिन सीरीज के दूसरे टेस्ट में वो दोनों पारियों में कुल 18 ही रन बना सके. विराट का फॉर्म में होना, टीम इंडिया के मिडिल ऑर्डर में स्थिरता पैसा नहीं कर पा रहा है.
दूसरी ओर कप्तान रोहित शर्मा आक्रामक क्रिकेट खेलते आए हैं, फिर चाहे वो वाइट बॉल क्रिकेट हो या रेड बॉल. रोहित ने इस साल 19 पारियों में बैटिंग करते हुए 559 रन बनाए हैं, जिनमें उनके नाम दो शतक और एक अर्धशतक भी है. मगर बांग्लादेश के खिलाफ चार पारियों में उनके बल्ले से महज 42 रन निकले, वहीं अब न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित अभी 2 टेस्ट मैचों में अभी तक 62 ही रन बना सके हैं. उनकी फॉर्म भी भारत के लिए बड़ी चिंता का विषय है.
किसी ने नहीं दिया साथ
पुणे टेस्ट में भारत की पहली पारी महज 156 रनों पर सिमट गई थी, जिसमें विराट और रोहित के अलावा सरफराज खान भी इस बार फेल रहे. उन्होंने सीरीज के पहले मैच में 150 रनों की पारी खेलकर शतक लगाया था, लेकिन पुणे टेस्ट की दोनों पारियों में वो कुल मिलाकर 20 ही रन बना सके. ऋषभ पंत और दूसरे टेस्ट में वापसी करने वाले शुभमन गिल 30 रन और 23 रन के स्कोर को बड़ी पारियों में तब्दील नहीं कर पाए. गिल को अपना कन्वर्जन रेट बेहतर करने की सख्त जरूरत है. जायसवाल ने दूसरी पारी में तेजतर्रार अंदाज में 70 रन बनाए, लेकिन उन्हें अगले मैचों में तेज खेलने के अलावा जरूरत के समय टीम का भार अपने कंधों पर उठाना होगा.
यह भी पढ़ें: