इंग्लैंड के टेस्ट स्पिनर मोंटी पनेसर भारत की मौजूदा टीम और उसके कप्तान विराट कोहली से बेहद प्रभावित हैं. पनेसर का कहना है कि इस टीम ने अपने अंदर बड़ा बदलाव किया है और अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को बेहतरीन बनाया है. पनेसर ने साथ ही कोहली की फिटनेस की जमकर तारीफ की और कहा कि उन्होंने टीम में जो फिटनेस को लेकर पैमाना तय किया है, वो सीखने लायक है.

पनेसर इस समय भारत में हैं और राष्ट्रीय राजधानी में इकामरा स्पोर्ट्स लिटरेचर फेस्टिवल में अपनी ऑटोबायोग्राफी 'द फुल मोंटी' के लॉन्च के लिए आए हैं. अपनी किताब में पनेसर ने अपने क्रिकेट करियर के अलावा उस दौर का भी जिक्र किया है जब वो मानसिक बीमारी से जूझ रहे थे.

भारतीय टीम ने किया है बेहतरीन प्रदर्शन: पनेसर

पनेसर ने शनिवार को कार्यक्रम में भारतीय टीम को लेकर कहा, "मुझे लगता है कि इस टीम ने भारत में बेहतरीन किया है. भारत में विराट के नेतृत्व वाली भारतीय टीम को हराना काफी मुश्किल है. भारत ने आखिरी टेस्ट मैच जो खेला था उसमें उसके तेज गेंदबाजों ने सारे विकेट लिए थे, सत्र में अधिकतर गेंदबाजी कर रहे थे. स्पिनर उस तरह से गेंदबाजी कर रहे थे जिस तरह से इंग्लैंड में करते हैं, काफी कम. इस टीम का तेज गेंदबाजी आक्रमण शानदार है. विराट ने खेल को बदला है."

पनेसर ने हालांकि कहा कि मौजूदा भारतीय टीम को अगर सर्वकालिक महान टीमों में से एक बनना है और आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप जीतनी है तो जरूरी है कि वह नियमित तौर पर विदेशों में भी जीत दर्ज करे.

विराट एंड कंपनी को विदेश में भी करना होगा बेहतरीन प्रदर्शन

बाएं हाथ के स्पिनर ने कहा, "कोहली के लिए पर नियमित तौर पर विदेशों में सीरीज जीतना अहम होगा. उनके लिए यह चुनौती है. भारत के तेज गेंदबाज अपने घर में अच्छा कर रहे हैं लेकिन क्या विराट कोहली की टीम लगातार विदेशों में सीरीज जीत सकती है? उन्होंने आस्ट्रेलिया में जीती जो शानदार थी, दक्षिण अफ्रीका में ड्रॉ खेली. अब अगर भारत को आईसीसी टेस्ट चैम्पियनशिप जीतनी है तो उन्हें मौजूदा तेज गेंदबाजों और बल्लेबाजों के साथ विदेशों में भी सीरीज जीतनी होंगी. अगर वह ऐसा कर सके तो विराट के पास इस टीम को भारत की सर्वश्रेष्ठ टीम बनाने का मौका है."

उन्होंने कहा, "मैं विराट की फिटनेस को लेकर अनुशानस का कायल हूं. वह पंजाबी मुंडा है. मैं जानता हूं कि पंजाबी लोगों के लिए नान, ब्रैड, चावल कितने पसंदीदा होते हैं, लेकिन वह इन सभी पर काबू रखते हैं. यह मुझे लगता है कि यहां उनका अनुशासन बेहतरीन है. साथ ही उनका टीम को फिट बनाने पर ध्यान भी काफी है जो दिखता है. मैंने जब विश्व कप के दौरान भारतीय टीम को देखा था तो सोचा था कि यह टीम इतनी फिट कैसे हो सकती है. क्योंकि विराट अपनी टीम से इसकी उम्मीद करते हैं कि सभी खिलाड़ी फिट रहें."

इंग्लैंड को हाल ही में न्यूजीलैंड़ ने अपने घर में दो मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से हराया है. अब उसे दक्षिण अफ्रीका का दौरा करना है. पनेसर को लगता है कि इस दौर पर इंग्लैंड को बढ़त होगी, जिसका कारण दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट में जारी उथल पुथल है.

दक्षिण अफ्रीका की स्थिति का फायदा इंग्लैंड उठा सकती है

बाएं हाथ के इस स्पिनर ने कहा, "दक्षिण अफ्रीका इस समय अच्छी स्थिति में नहीं है. क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) प्रशासन में कई तरह के विवादों से जूझ रहा है. इसका फायदा इंग्लैंड को मिल सकता है. इंग्लैंड को दक्षिण अफ्रीका को उसके घर में हराना चाहिए क्योंकि बीते 12 महीनों में इंग्लैंड अच्छा खेली है. वनडे और टी-20 में इंग्लैंड से जीतने की उम्मीद की जाती है. हां टेस्ट में काफी कुछ जेम्स एंडरसन पर निर्भर करेगा. एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड साथ मिलकर अच्छा करते हैं तो इंग्लैंड सीरीज जीत सकती है.

इंग्लैंड के लिए 50 टेस्ट और 26 वनडे खेलने वाले पनेसर ने क्रिकेट में वापसी को लेकर कहा, "नॉर्थथैम्पटन क्रिकेट क्लब ने मुझसे कहा है कि आप हमारे साथ आइए और अभ्यास कीजिए. मैं एक बार फिर पेशेवर क्रिकेट में वापसी करना चाहता हूं. मैं अन्य देशों की टी-20 लीगों, टी-10 में खेल सकता हूं."

पनेसर ने अपना आखिरी अंतर्राष्ट्रीय मैच दिसंबर 2013 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला था. इसके बाद वह टीम से बाहर हो गए थे और फिर मानसिक परेशानी से जूझ रहे थे. पनेसर ने अपनी किताब में भी अपनी मानसिक बीमारी का जिक्र किया है.