11 साल पुराने इतिहास को दोहराने के लिए भारतीय क्रिकेट टीम ब्रिटेन दौरे पर है. 2007 के बाद भारत ने इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज नहीं जीती है. विराट कोहली की अगुवाई में भारतीय टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में नया इतिहास रच पाती है या नहीं ये तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि इस बार टीम इंडिया और कप्तान कोहली शानदार प्रदर्शन करेंगे.


आपको बता दें कि भारत के पिछले इंग्लैंड दौरे पर विराट कोहली का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था और उनके बल्ले से दस पारियों में 13.40 के औसत से 134 रन ही आए थे. लेकिन इन चार सालों में कोहली की बल्लेबाजी पूरी तरह बदल चुकी है और वो इस वक्त दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में गिने जाते हैं. कोहली खुद इस बार इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए बेताब हैं और इसीलिए उन्होंने काउंटी क्रिकेट तक खेलने की बात कर दी थी. कोहली को लेकर गांगुली ने कहा कि चार साल पहले इंग्लैंड दौरे पर खराब प्रदर्शन के कारण विराट कोहली आगामी दौरे की तैयारियों को लेकर हड़बड़ी में थे.


गांगुली इस बात को लेकर भी खुश है कि टीम के मौजूदा कप्तान दौरे की तैयारियों के लिए काउंटी क्रिकेट में खेलने नहीं गए.


गांगुली ने कहा, ‘‘कोहली एक शानदार खिलाड़ी है. वह इस बार अच्छा करेगा. मैं खुश हूं कि इंग्लैंड सीरीज से पहले उसने काउंटी क्रिकेट नहीं खेला. मुझे लगता है कि वह काउंटी क्रिकेट खेलने को लेकर काफी आतुर था. पिछले दौरे पर अच्छा प्रदर्शन नहीं होने इस बार अच्छा करने को लेकर वह बेताब था. वह इतना अच्छा खिलाड़ी हैं कि इस बार शानदार प्रदर्शन करेगा.’’


कोहली काउंटी में सरे के लिए खेलने वाले थे लेकिन गर्दन में चोट के कारण वह वहां नहीं जा सके.


इंग्लैंड रवाना होने से पहले खुद कोहली ने भी कहा कि काउंटी क्रिकेट में न खेलना उनके लिए अच्छा रहा क्योंकि इस दौरान उन्हें आराम करने का पूरा समय मिला.


गांगुली को लगता है कि इस बार पांच टेस्ट की सीरीज में कप्तान और भारतीय टीम दोनों अच्छा करेंगे.


गांगुली ने कहा, ‘‘भारत के पास अच्छा मौका है लेकिन इंग्लैंड की टीम भी फॉर्म में हैय यह करीबी मुकाबला होगा.’’


हाल ही में वनडे मैच में इंग्लैंड के 481 रन के बारे में पूछे जाने पर गांगुली ने खेल के स्वास्थ्य पर चिंता जताते हुए सचिन तेंदुलकर के बयान का समर्थन किया.


रनों के अंबार पर तेंदुलकर ने कहा था कि वनडे क्रिकेट में दो नई गेंद का इस्तेमाल ‘‘इस खेल में आपदा’’ की तरह है.


गांगुली ने कहा, ‘‘हां, खेल में दो नई गेंद के इस्तेमाल के कारण रिवर्स स्विंग का प्रभाव लगभग खत्म हो गया है. रिवर्स स्विंग इस लिए भी कम हो रही है क्योंकि आजकल मैदान काफी हरे-भरे हैं.’’


इनपुट - भाषा से