चेन्नई: इंग्लैंड के निचले बल्लेबाजी क्रम ने चेपॉक की धीमी पिच पर टीम इंडिया के खिलाफ पांचवें और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन पहली पारी में 477 रन का मजबूत स्कोर बनाने में मदद की, जिसके जवाब में मेहमान टीम ने अच्छी शुरूआत करते हुए बिना विकेट गंवाये 60 रन बना लिये.
स्टंप तक लोकेश राहुल 30 और चोटिल हुए मुरली विजय की जगह बल्लेबाजी करने उतरे पार्थिव पटेल 29 रन बनाकर क्रीज पर डटे हुए थे. गेंदबाजों को पिच से कोई मदद नहीं मिल रही, जिससे दर्शक कल काफी रन बनते देख सकते हैं और बल्लेबाजों की गलतियों से ही गेंदबाजी करने वाली टीम को विकेट मिलेंगे.
भारत के निचले मध्यक्रम और पुछल्ले बल्लेबाजी क्रम के प्रदर्शन की तरह (अभी तक पूरे घरेलू सत्र में ऐसा ही हुआ है) ही इंग्लैंड ने प्रदर्शन किया, जिसके अंतिम तीन विकेटों ने 156 रन जुटाये और मेहमान टीम एक बार फिर 500 रन के आंकड़े के करीब पहुंची.
दूसरे दिन की सबसे अहम भागीदारी पदार्पण कर रहे लियाम डॉसन (60) और आदिल राशिद (66) के बीच रही जिन्होंने आठवें विकेट के लिये 108 रन जोड़े. इंग्लैंड ने चार विकेट पर 284 रन से आगे खेलते हुए शुरूआती सत्र में तीन विकेट गंवाये जिससे उनका स्कोर 321 रन पर सात विकेट हो गया.
इन विकेटों में शतकवीर मोईन अली (146 रन) भी शामिल रहे, जो एक बार फिर उमेश यादव (73 रन देकर दो विकेट) की शॉर्ट गेंद को पुल करने के प्रयास में आउट हुए जबकि बेन स्टोक्स (06) स्थानीय नायक रविचंद्रन अश्विन (151 रन देकर एक विकेट) का 248वां टेस्ट शिकार बने.
जोस बटलर (05) को इशांत शर्मा (42 रन देकर दो विकेट) ने पवेलियन भेजा जिससे इंग्लैंड पर 350 रन के अंदर सिमटने का खतरा मंडरा रहा था. लेकिन डॉसन और राशिद ने चुनौती का डटकर सामना करते हुए जिम्मेदारी निभायी. इन दोनों ने 41.3 ओवर में 108 रन की भागीदारी की.
डॉसन ने 148 गेंद का सामना करते हुए अपना पहला अर्धशतक जड़ा जिसमें पांच चौके और एक छक्का शामिल था जबकि राशिद की 155 गेंद की संयमित पारी में आठ चौके लगे.
अश्विन का मौजूदा सीरीज में यह सबसे खराब प्रदर्शन में से एक है, उनके प्रयास में कोई कमी नहीं थी लेकिन पिच से कोई मदद नहीं मिल रही जिससे रक्षात्मक खेल खेलना मुश्किल नहीं था जैसा कि आठवें और नौंवे नंबर के बल्लेबाजों ने किया. दोनों बल्लेबाज काउंटी क्रिकेट में उपयोगी योगदान करते रहे हैं. इंग्लैंड के निचले क्रम ने भारतीयों को निराश किया तो घरेलू टीम के दोनों सलामी बल्लेबाजों ने अंतिम घंटे के दौरान 20 ओवर तक कुछ भी अतिरिक्त प्रयास नहीं किया.
राहुल हालांकि अपने स्ट्रोक खेलने में थोड़े सतर्क दिखे, उन्होंने 68 गेंद का सामना करते हुए केवल तीन बाउंड्री लगायी. उन्होंने नई गेंद से गेंदबाजी करने वाले स्टुअर्ट ब्राड (पांच ओवर में छह रन) और जेक बॉल (तीन ओवर में नौ रन) के खिलाफ ढीली गेंदों को छोड़ने का इंतजार किया.
उन्होंने बेन स्टोक्स की गेंदबाजी में दो चौके (एक कवर ड्राइव और एक प्वाइंट बाउंड्री पर) लगाये. मोहाली मैच में अच्छी वापसी करने वाले पार्थिव ने भी 52 गेंद में दो चौके लगाये.
इससे पहले सीनियर खिलाड़ी राशिद ने डॉसन के साथ भागीदारी में अहम भूमिका अदा की जिसने अपने डेब्यू मैच में कुछ बेहतरीन बल्लेबाजी का नमूना पेश किया.
राशिद ने रविंद्र जडेजा की गेंद पर शानदार कवर ड्राइव से अपने 50 रन पूरे किये और इसी ओवर में प्वाइंट के पीछे एक और बाउंड्री से 100 रन की भागीदारी भी पूरी की.
इशांत शर्मा ने कुछ शॉर्ट पिच गेंदों से राशिद की परीक्षा ली, वहीं डॉसन ने अपना पहला अर्धशतक पूरा करने से पहले कुछ खूबसूरत शॉट खेले, उन्होंने लांग आन पर एक रन से 50 रन पूरे किये.
डॉसन का अर्धशतक पूरा होते ही उमेश यादव ने इस भागीदारी का अंत किया, राशिद ने उनकी शॉर्ट गेंद को प्वाइंट की ओर कट करने का प्रयास किया जो बल्ला छूकर विकेटकीपर पार्थिव पटेल के हाथों में समां गयी. पिच धीमी है, हालांकि इस पर टर्न मौजूद है, इससे बल्लेबाजों को अपने शॉट गेंद के हिसाब से खेलने और सामंजस्य बिठाने का काफी समय मिल जाता है. टर्न मौजूद रहेगा, लेकिन अगले तीन दिनों में इसके और धीमी होने की संभावना है.
तेज गेंदबाजों ने मूवमेंट की कमी के कारण यार्कर का काफी इस्तेमाल करने की कोशिश नहीं की. सुबह इंग्लैंड की टीम चार विकेट पर 284 रन से आगे खेलने उतरी. उन्हें जल्द ही पहला झटका तब लगा जब कल के नाबाद बल्लेबाज बेन स्टोक्स (06) रविचंद्रन अश्विन की दिन की पांचवीं गेंद पर विकेटकीपर पार्थिव पटेल को कैच दे बैठे.
दूसरे छोर से अश्विन का साथ इशांत ने निभाया. दोनों ने रन गति पर अंकुश लगाया. मोईन को इशांत की शॉर्ट पिच गेंदों का सामना करने में परेशानी हो रही थी. वह इस बीच भाग्यशाली भी रहे जब उन्होंने हवा में पुल शॉट खेला लेकिन गेंद अमित मिश्रा के हाथों तक पहुंचने से पहले जमीन पर टकरा गई.
मोईन ने 96वें ओवर में एक रन के साथ टीम के 300 रन पूरे किए लेकिन इशांत ने अगली ही गेंद पर जोस बटलर को एलबीडब्ल्यू करके इंग्लैंड का स्कोर छह विकेट पर 300 रन कर दिया.
अगले ओवर में मोईन ने अश्विन पर छक्का मारा और फिर अंतिम गेंद पर मिडविकेट पर चौका जड़कर दबाव कम किया. मोईन हालांकि इसके बाद अधिक देर नहीं टिक सके. वह 104वें ओवर में उमेश यादव की बाउंसर को हवा में लहरा गए और जडेजा ने दौड़ते हुए आसान कैच लपका.