बीसीसीआई की ओर से ऐसा बर्थडे गिफ्ट शायद ही किसी को मिला है जैसा दिनेश कार्तिक को मिला. 1 जून को 33 साल के हुए कार्तिक को अगले ही दिन अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच के टीम में जगह मिल गई. कार्तिक चोटिल साहा की जगह लेंगे जो आईपीएल के दौरान चोटिल हो गए थे.


कार्तिक के लिए टेस्ट टीम में आना इतना भी आसान नहीं था क्योंकि पिछले कुछ सालों से साहा के बाद बीसीसीआई ने पार्थिव पटेल पर ज्यादा भरोसा दिखाया था और बैकअप विकेटकीपर के तौर पर टीम के साथ रखते थे. लेकिन पिछले कुछ मौकों को भूनाने में पार्थिव फेल रहे जिसका फायदा इन फॉर्म कार्तिक को मिला.


साउथ अफ्रीका दौरे पर भी पार्थिव टीम के साथ थे और साहा के चोटिल होने के बाद कार्तिक की 8 साल बाद टीम में वापसी हुई थी लेकिन कप्तान विराट कोहली दूसरे और तीसरे टेस्ट में पार्थिव के साथ ही उतरे थे. पार्थिव चार पारी में सिर्फ 56 रन ही जोड़ पाए थे जिसका असर नए चयन में दिखा है.






टीम में एकमात्र विकेटकीपर होने से बहुत हद तक ये संभव है कि 8 साल के लंबे इंतजार के बाद कार्तिक अपना पहला टेस्ट मैच खेले.


बीसीसीआई सचिव अमिताभ चौधरी ने शनिवार को एक बयान जारी कर कार्तिक के नाम पर मुहर लगाई. उन्होंने कहा, ‘‘साहा बेंगलुरु में 14 जून से अफगानिस्तान के खिलाफ होने वाले एकमात्र टेस्ट मैच की टीम से बाहर हो गए हैं. वह बीसीसीआई की मेडिकल टीम की देखरेख में थे और मैनेजमेंट ने फैसला किया कि इंग्लैंड दौरे से पहले उन्हें आराम की जरूरत है. साहा को पूरी तरह ठीक होने में पांच से छह सप्ताह का समय लग सकता है.’’


साहा को अफगानिस्तान के साथ होने वाले टेस्ट मैच के लिए टीम में शामिल किया गया था. भारतीय टीम की मेडिकल टीम इस चोट के बाद लगातार साहा पर नजर बनाए हुए थी और शनिवार को उसने फैसला किया कि इंग्लैंड के साथ होने वाली अहम टेस्ट सीरीज से पहले साहा को पूरी तरह स्वस्थ होने के लिए आराम दिया जाना जरूरी है.


मेडिकल टीम का कहना है कि साहा को पूरी तरह ठीक होने में पांच से छह सप्ताह लगेंगे.