बल्लेबाजों के उम्दा प्रदर्शन और इसके बाद झाय रिचर्डसन की तूफानी गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलिया ने पहले वनडे मैच में भारत को 34 रन से हरा दिया. इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली. ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम की इंटरनेशनल क्रिकेट में यह 1000वीं जीत थी.


ऑस्ट्रेलिया के द्वारा दिए गए 289 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय रोहित शर्मा (133) के 22वें शतक के बावजूद नौ विकेट पर 254 रन ही बना सकी.


ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक झाय रिचर्डसन ने 26 रन देकर चार विकेट लिए जबकि डेब्यू कर रहे जेसन बेहरेनडोर्ड और मार्कस स्टोइनिस ने दो-दो विकेट चटकाए. वहीं पिटर शिडल को एक विकेट मिला.


भारत के लिए सबसे अधिक रोहित ने 129 गेंद की अपनी पारी में 10 चौके और छह छक्के की मदद से 133 रन बनाए. रोहित महेंद्र सिंह धोनी (51) के साथ चौथे विकेट के लिए 137 रन की साझेदारी की जब भारत चार रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद संकट में था.


भारतीय टीम हालांकि इस खराब शुरुआत से नहीं उबर सकी और रन गति के लिहाज से कभी लक्ष्य हासिल करने के करीब नहीं दिखी.


इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने पीटर हैंड्सकोंब (73), उस्मान ख्वाजा (59) और शान मार्श (54) के अर्द्धशतक से पांच विकेट पर 288 रन बनाए.


हैंड्सकोंब ने 61 गेंद की अपनी पारी में छह चौके और दो चौके मारे. हैंड्सकोंब स्टोइनिस के साथ पांचवें विकेट के लिए 68 रन की साझेदारी भी की जिससे टीम अंतिम सात ओवर में 80 रन जोड़ने में सफल रही.


भारत की ओर से कुलदीप यादव ने 54 जबकि भुवनेश्वर कुमार ने 66 रन देकर दो-दो विकेट चटकाए. रविंद्र जडेजा ने 48 रन देकर एक विकेट हासिल किया. मोहम्मद शमी ने 10 ओवर में सिर्फ 46 रन खर्च किए लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला.


फरवरी 2017 से 24 वनडे मैचों में यह ऑस्ट्रेलिया की सिर्फ चौथी जीत है.


लक्ष्य का पीछा करने उतरे भारत की शुरुआत बेहद खराब रही और उसने चौथे ओवर में चार रन तक ही तीन विकेट गंवा दिए.


बेहरेनडोर्फ ने पहले ओवर की अंतिम गेंद पर शिखर धवन (00) को एलबीडबल्यू किया जबकि रिचर्डसन ने अपने दूसरे ओवर में विराट कोहली (03) को स्टोइनिस के हाथों कैच कराने के बाद अंबाती रायुडू (00) को एलबीडबल्यू किया. रायुडू ने डीआरएस का भी सहारा लिया लेकिन उन्हें पवेलियन लौटना पड़ा.


इसके बाद ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा 17 गेंद तक खाता नहीं खोल पाए. उन्होंने फ्री हिट पर छक्के के साथ 18वीं गेंद पर खाता खोला. वहीं धोनी ने एक रन बनाते ही वनडे क्रिकेट में भारत के लिए 10000 रन पूरे किए. धोनी ने 173 रन एशिया एकादश की ओर से भी बनाए हैं.


भारत ने शुरुआती 10 ओवर में तीन विकेट पर 21 रन बनाए. रोहित ने इसके बाद पीटर सिडल पर छक्का जड़ा जो 2010 के बाद पहला वनडे खेल रहे थे. धोनी ने भी नाथन लियोन की गेंद को दर्शकों को बीच पहुंचाया.


रोहित ने लियोन पर छक्के के साथ 17वें ओवर में टीम का स्कोर 50 रन के पार पहुंचाया जबकि धोनी ने 21वें ओवर में सिडल पर पारी का पहला चौका जड़ा. धोनी 25 रन के स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब स्टोइनिस की गेंद पर सिडल उनका कैच लपकने में नाकाम रहे.


रोहित ने सिडल पर अपना पहला चौका जड़ा और फिर मैक्सवेल पर चौके के साथ 62 गेंद में अर्द्धशतक पूरा किया.


धोनी ने स्टोइनिस पर चौके के साथ 93 गेंद में अर्धशतक पूरा किया लेकिन इसके बाद बेहरेनडोर्फ की गेंद पर पगबधा हो गए. रीप्ले में हालांकि दिखा की गेंद लेग साइड के बाहर पिच हुई थी लेकिन भारत के पास डीआरएस नहीं था. धोनी ने 96 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा.


रोहित 39वें ओवर में सिडल पर तीन चौकों के साथ 98 रन तक पहुंचे लेकिन दिनेश कार्तिक (12) रिचर्डसन की गेंद को विकेटों पर खेल गए. रोहित ने रिचर्डसन की गेंद पर दो रन के साथ 110 गेंद में शतक पूरा किया और फिर लियोन पर छक्के के साथ 43वें ओवर में स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया.


भारत को अंतिम छह ओवर में 76 रन की दरकार थी. रविंद्र जडेजा (08) ने रिचर्डसन की गेंद पर मार्श को कैच थमाया. रोहित भी इसके बाद स्टोइनिस की गेंद पर डीप मिडविकेट पर मैक्सवेल को कैच दे बैठे जिससे भारत की जीत की रही सही उम्मीद भी खत्म हो गई. भुवनेश्वर 29 रन बनाकर नाबाद रहे.


इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टास जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन तीसरे ओवर में ही भुवनेश्वर ने कप्तान आरोन फिंच (11) को बोल्ड करके 100वां विकेट हासिल किया.


ओपनर बल्लेबाज एलेक्स कैरी (24) ने कुछ आकर्षक शॉट खेले लेकिन 10वें ओवर में कोहली ने जब गेंद कुलदीप यादव को थमाई तो कैरी इस चाइनामैन स्पिनर स्पिनर पर चौका जड़ने के बाद स्लिप में रोहित को कैच दे बैठे.


ख्वाजा और मार्श ने 92 रन जोड़कर पारी को संवारा. ख्वाजा ने जडेजा पर चौके के साथ 23वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया और फिर खलील की गेंद पर एक रन के साथ 70 गेंद में अर्द्धशतक पूरा किया. वह हालांकि इसके बाद अधिक देर नहीं टिक सके और जडेजा की गेंद को स्वीप करने की कोशिश में एलबीडबल्यू हो गए. उन्होंने 81 गेंद का सामना करते हुए छह चौके मारे.


मार्श को हैंड्सकोंब के रूप में उम्दा जोड़ीदार मिला. दोनों ने रन गति में इजाफा किया. हैंड्सकोंब ने भुवनेश्वर पर लगातार दो चौके मारे जबकि मार्श ने खलील पर चौके के साथ 65 गेंद में अर्द्धशतक पूरा किया.


कोहली ने एक बार फिर साझेदारी तोड़ने के लिए कुलदीप पर भरोसा किया और इस स्पिनर ने मार्श को लांग आन पर शमी के हाथों कैच कराके चौथे विकेट की 53 रन की साझेदारी का अंत किया. मार्श ने 70 गेंद का सामना करते हुए चार चौके मारे.


हैंड्सकोंब ने स्टोइनिस के साथ मिलकर 42वें ओवर में टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया. इस बीच 45 गेंद तक कोई बाउंड्री नहीं लगी. स्टोइनिस ने कुलदीप पर छक्के के साथ बाउंड्री के सूखे को खत्म किया.


हैंड्सकोंब ने भी इसी ओवर में छक्के के साथ सिर्फ 50 गेंद में अर्द्धशतक पूरा किया.


हैंड्सकोंब ने भुवनेश्वर के ओवर में दो चौके मारे. इस तेज गेंदबाज के अगले ओवर में वह हालांकि भाग्यशाली रहे जब फाइन लेग पर गेंद रायुडू के हाथ से टकराकर छह रन के लिए चली गई. वह हालांकि अगली ही गेंद पर एक्सट्रा कवर पर धवन को कैच दे बैठे.


स्टोइनिस ने भुवनेश्वर के पारी के अंतिम ओवर में छक्का और चौका जड़ा. ग्लेन मैक्सवेल 11 रन बनाकर नाबाद रहे.