भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मैच छह दिसंबर को एडिलेड में खेला जाएगा. मैच से पहले दोनों टीमें अपनी-अपनी तैयारियों में जुट चुकी है. भारतीय टीम प्रैक्टिस मैच में ऑस्ट्रेलियाई पिच पर अपने दमखम को आजमा चुकी है.
ऐसे में पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई गलती नहीं करना चाहेगी. हालांकि डेविड वॉर्नर और स्टीव स्मिथ के बैन के बाद असंतुलित हुई ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाजी को देखते हुए माना जा रहा है कि टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम का ही पलड़ा भारी रहने वाला है.
ऐसे में मेजबान ऑस्ट्रेलिया भी पूरे दमखम के साथ भारत को चुनौती देने के लिए मैदान पर उतरेगी.
कैसा रहेगा एडिलेड का पिच
एडिलेड के पिच का इतिहास रहा है कि यहां स्पिन गेंदबाजों को काफी मदद मिलती है. भारतीय टीम के पास रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के रूप में दो बेहतरीन स्पिनर मौजूद हैं. वहीं ऑस्ट्रेलिया के लिए नाथन लियॉन स्पिन गेंदबाजी में मोर्चा संभालेंगे.
मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम में नाथन लियॉन इस मैदान पर सबसे बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले गेंदबाज भी हैं. नाथन ने सात मैचों में 26.13 की औसत से कुल 37 विकेट झटके हैं जो महान स्पिनर शेर्न वार्न के औसत से भी बेहतर है.
वहीं एडिलेड मैदान के क्यूरेटर डैमियन हॉग ने कहा है कि पहले टेस्ट मैच के लिए उन्होंने पिच पर ‘थोड़ी घास’ रहने दी है. ऐसे में अगर पिच पर घास रहेगी तो तेज गेंदबाजों को स्विंग में काफी मदद मिल सकती है.
हॉग को लगता कि गुरूवार से लाल गेंद से शुरू हो रहे टेस्ट मैच के लिए पिच में कोई बदलाव नहीं करना चाहिए लेकिन नेट पर प्रैक्टिस कर रहे ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को देखें तो ऐसा लग रहा है कि ऑस्ट्रेलियाई पेस बैटरी भारतीय टीम की कड़ी परीक्षा लेने की तैयारी कर रहा है.
कप्तान टीम पेन को है तेज गेंदबाजों पर भरोसा
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के टेस्ट कप्तान टिम पेन का मानना है कि उनके तेज गेंदबाजों में इतनी क्षमता है कि वे भारत के करिश्माई कप्तान विराट कोहली को अपनी गेंदबाजी से ‘परेशान’ कर सकते हैं. पेन ने साथ ही अपने तेज गेंदबाजों से अपील की कि वे छह दिसंबर से एडिलेड में शुरू हो रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान अधिक ‘भावुक’ नहीं होने की सलाह दी है.
पेन का मानना है कि तेज गेंदबाजी आक्रमण अपने कौशल के अनुरूप प्रदर्शन करता है तो वे भारतीय बल्लेबाजों के सामने कठीन चुनौती पेश करेंगे. पेन को यकीन है कि मैच में ऐसा समय भी आएगा जब वे तूफानी गेंदबाजी कर रहे होंगे लेकिन हमें अपना धैर्य बरकरार रखने की जरूरत होगी.
कोच लैंगर ने दिया स्लेजिंग नहीं करने की सलाह
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच स्लेजिंग का पुराना इतिहास रहा है. दोनों टीमों के बीच छींटाकशी ने कई बार मामले को गंभीर बनाया है लेकिन मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच जस्टिन लैंगर ने अपने खिलाड़ियों को सलाह दी है कि वह मैदान पर संयमित होकर अपना खेल खेलेंगे.
कोच लैंगर ने खिलाड़ियों को हिदायत दी है वह अपने खेल से विरोधी टीम को चुनौती पेश करेंगे ना कि बातों से.
वहीं भारतीय कप्तान विराट कोहली भी साफ कर चुके हैं कि मेजबान टीम के साथ बिना किसी कारण भिड़ने की जरूरत नहीं है. कोहली मैदान पर आक्रामक रवैये के लिये मशहूर हैं. कोहली पिछले दौरे पर ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों से छींटाकशी में भिड़ गए थे लेकिन अब भारतीय कप्तान ने कहा है कि उन्होंने बीते अनुभवों से सीख ली है और उन्हें सीरीज के दौरान इस तरह की किसी घटना की उम्मीद नहीं है.