तीन वनडे मैचों की सीरीज के दूसरे मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हरा दिया. इस जीत के साथ ही भारत ने सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के द्वारा दिए दए 299 रनों के लक्ष्य पीछा करने उतरी भारतीय टीम ने चार गेंद शेष रहते ही चार विकेट खोकर इसे पूरा कर लिया.
भारत की ओर से सबसे अधिक कप्तान विराट कोहली ने 104 रनों की शतकीय पारी खेली. कोहली ने अपने इस शतकीय पारी में 112 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और दो छक्के भी लगाए. वनडे क्रिकेट में कोहली का यह 39वां शतक था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोहली का यह छठा और लक्ष्य का पीछा करते हुए कोहली का यह 24वां शतक था.
कोहली के अलावा भारत के लिए महेंद्र सिंह धोनी ने 55 रनों की अर्द्धशतकीय पारी खेली. वनडे में धोनी का यह 69वां अर्द्धशतक था. धोनी ने अपनी इस पारी में 54 गेंदों का सामना किया जिसमें दो छक्के शामिल रहे.
धोनी का इस सीरीज में यह लगातार दूसरा अर्द्धशतक था.
इससे पहले मुकाबले में लगाए अर्द्धशतक की वजह से धोनी को काफी आलोचनाओं का भी सामना करना पड़ा था. धोनी ने पहले वनडे में 91 गेंद खेल 50 रन पूरे किए थे. धोनी की यह पारी वनडे करियर का दूसरा सबसे धीमा अर्द्धशतक भी था.
हालांकि दूसरे वनडे में धोनी ने मैच जीताऊ पारी खेलकर यह साबित कर दिया कि उनमें अब मैच फिनिश करने की क्षमता है.
भारत के लिए लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत को रोहित शर्मा (43) और शिखर धवन (32) ने सधी हुई शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 47 रन जोड़े लेकिन धवन ने जेसन बेहेरेनडॉर्फ की गेंद पर उस्मान ख्वाजा को कैच दे बैठे.
इसके बाद रोहित को कप्तान कोहली का साथ मिला. दोनों ने बिना किसी परेशानी के टीम को 100 रन के पार पहुंचाया. टीम के 100 रन पूरा होते ही रोहित मार्कस स्टोइनिस की गेंद को पुल करने के प्रयास में पीटर हैंड्सकॉम्ब को कैच दे बैठे.
यहां से कोहली ने अंबाती रायडू (24) के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 59 रन जोड़े. रायडू मैक्सवेल का शिकार बने. इस समय तक भारत का स्कोर 160 रनों पर तीन विकेट हो गया था और मैच जीतने के लिए उसे यहां एक बड़ी साझेदारी की जरूरत थी.
इसके बाद पूर्व कप्तान धोनी ने कोहली के साथ मिलकर टीम की इस जरूरत को पूरा किया और बिना किसी परेशानी के स्ट्राइक रोटेट करते हुए स्कोर बोर्ड को चलाकर अपनी टीम को जीत की दहलीज पर ले जाते रहे.
हालांकि कप्तान कोहली शकत पूरा करते ही झाए रिचर्डसन की गेंद पर डीप मिडविकेट पर मैक्सवेल के हाथों लपके गए. कोहली ने अपनी पारी में पांच चौके और दो छक्के मारे.
यहां से धोनी के कंधों पर टीम को जीत दिलाने की जिम्मेदारी थी जिसे उन्होंने दिनेश कार्तिक (नाबाद 25) के साथ मिलकर बखूबी निभाया. दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 57 रन जोड़कर टीम को जीत दिलाई.
आखिरी ओवर में भारत को जीत के लिए सात रन चाहिए थे. धोनी ने पहली ही गेंद पर छक्का मार कर स्कोर को बराबर कर दिया और अगली गेंद पर एक रन लेकर टीम को जीत दिलाई.
छक्के के साथ धोनी ने अपना अर्द्धशतक भी पूरा किया. इस सीरीज में यह उनका लगातार दूसरा अर्द्धशतक है.
इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर मध्यक्रम ने संभाला. मध्यक्रम के अच्छे प्रदर्शन और मार्श-मैक्सवेल की साझेदारी के दम पर ऑस्ट्रेलिया का 310 के पार जाना आसानी से मुमकिन लग रहा था, लेकिन भुवनेश्वर ने 48वें ओवर में दोनों के विकेट लेकर उसे 300 के अंदर ही रूकने पर मजबूर कर दिया. ऑस्ट्रेलिया ने आखिरी के पांच ओवरों में महज 38 रन बनाए और चार विकेट खोए.
ऑस्ट्रेलिया को एक बार फिर खराब शुरुआत मिली एरॉन फिंच (6) 20 के कुल स्कोर पर भुवनेश्वर की इनस्विंगर पर बोल्ड हो गए. दूसरे सलामी बल्लेबाज एलेक्स कैरी (18) शमी की गेंद पर 26 के कुल स्कोर पर भुवनेश्वर के हाथों लपके गए. यहां से ऑस्ट्रेलियाई मध्यक्रम ने एक बार फिर मोर्चा संभाला और लगातार चार अर्द्धशतकीय साझेदारियां कर टीम को बड़े स्कोर की तरफ ले गए.
इन चारों साझेदारियों में मार्श हमेशा एक छोर पर खड़े रहे. कैरी के जाने के बाद उन्होंने उस्मान ख्वाजा (21) के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 56 रन जोड़े. इस साझेदारी को रवींद्र जडेजा ने अपनी एक सीधी थ्रो से ख्वाजा को आउट कर तोड़ा.
मार्श को फिर पीटर हैंड्सकॉम्ब (20) का साथ मिला. हैंड्सकॉम्ब ने मार्श के साथ चौथे विकेट के लिए 52 रन जोड़े. जडेजा की गेंद पर धोनी ने हैंड्सकॉम्ब को स्टम्प किया.
मार्कस स्टोइनिस (29) ने पांचवें विकेट के लिए मार्श के साथ 55 रन जोड़े. 189 के कुल स्कोर पर स्टोइनिस शमी की गेंद पर धोनी के हाथों लपके गए. यहां से मैक्सवेल और मार्श ने अपनी जोड़ी बनाई और टीम को संभाले रखा और टीम को 50 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 298 रन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई.
भारत के लिए सबसे अधिक भुवनेश्वर कुमार ने चार और मोहम्मद शमी ने को तीन विकेट मिला जबकि रविंद्र जडेजा को एक सफलता हासिल हुई.