मोहम्मद शमी के टेस्ट करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी की मदद से भारत ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 243 रनों पर समेट दी है. जिससे भारत के सामने मैच जीतने के लिए कुल 287 रनों का लक्ष्य रखा गया है.


पर्थ के ओप्टस स्टेडियम में खेले जा रहे दूसर टेस्ट के चौथे दिन पहले सेशन में उस्मान ख्वाजा और टिम पेन की बल्लेबाज़ी से लगने लगा था कि मैच भारत के हाथ से निकल गया है. लेकिन दूसरे सेशन में मोहम्मद शमी की आग उगलती गेंदबाज़ी के आगे ऑस्ट्रेलियाई टीम इस तरह पस्त हुई कि फिर वो उबर ही नहीं सके.


आज के दिन के दूसरे सेशन में ऑस्ट्रेलियाई टीम 190 रनों से आगे खेलने उतरी. लेकिन उन्होंने 192 के स्कोर से 16 रनों के अंदर ही अपने 5 विकेट खो दिए. इसके बाद पूरी टीम 243 रन बनाकर ऑल-आउट हो गई.


मोहम्मद शमी ने लंच के बाद लौटते ही पहले तो एक ही ओवर में लगातार दो गेंदों पर अच्छी बल्लेबाज़ी कर रहे ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन को विराट के हाथों कैच आउट करवाया. इसके बाद अगली ही गेंद पर उन्होंने एरॉन फिंच को भी चलता किया. फिंच बीते दिन रिटायर्ड हर्ट हो गए थे, जिसके बाद वो आज बल्लेबाज़ी के लिए उतरे थे.


एक के बाद एक दो विकेटों के साथ भारतीय खेमे में अलग ही जोश आ गया. इसके बाद शमी यहीं नहीं रुके, उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के पारी के सबसे बड़े हीरो रहे उस्मान ख्वाजा को भी पंत के हाथों कैच आउट करवाकर भारत को मजबूत स्थिती में ले दिया. साथ ही टेस्ट करियर में अपने एक और पांच विकेट पूरे किए.


थोड़ी ही देर बाद बुमराह ने पेट कमिंस को बोल्ड कर ऑस्ट्रेलियाई के बड़ी बढ़त लेने के सपने को चकनाचूर कर दिया. इसके बाद शमी ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी पूरी करने के लिए नाथन लायन को भी चलता कर दिया.


आखिर में हेज़लवुड और स्टार्क ने टीम को थोड़ी मजबूती देने की कोशिश की और बेहद अहम 36 रनों की साझेदारी निभाई. लेकिन अंत में बुमराह ने स्टार्क को बोल्ड कर पारी समाप्त की.


भारत के लिए पारी में सबसे अधिक विकेट शमी ने झटके. उन्होंने अपने 24 ओवरों के स्पेल में 56 रन देकर 6 विकेट चटकाए. वहीं बुमराह ने 3 विकेट अपने नाम किए. इशांत को भी एक सफलता मिली.


इस मैच में पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया ने 326 रन बनाए थे. जिसके बाद भारत की पहली पारी 283 रनों पर सिमट गई थी और ऑस्ट्रेलिया को 43 रनों की बढ़त मिली थी. जिसकी मदद से उन्होंने अपने दूसरी पारी के स्कोर में 43 रन मिलाकर भारत के सामने कुल 287 रनों का लक्ष्य रखा.