ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज के तीसरे मैच में भारत ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट के नुकसान पर 215 रन बनाए. बॉक्सिंग डे टेस्ट मैच के पहले दिन के स्टंप्स तक चेतेश्वर पुजारा 68 और कप्तान विराट कोहली 47 रन बनाकर खेल रहे थे.
के एल राहुल और मुरली विजय के नाकाम रहने के कारण इस मुकाबले में मयंक अग्रवाल को मौका दिया गया जिसने आत्मविश्वास के साथ खेलते हुए 76 रन बनाये और भारत की पारी की शुरूआत की समस्या कुछ हद तक हल कर दी. बल्लेबाजों की मददगार पिच पर ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को खास मदद नहीं मिली और वे एडीलेड और पर्थ की तरह शुरूआती दबाव नहीं बना सके.
हालांकि अग्रवाल के जोड़ीदार हनुमा विहारी कुछ खास कमाल नहीं कर सके और सिर्फ आठ रन बनाकर चलते बने. विहारी को पैट कमिंस ने 19वें ओवर में स्लिप में आरोन फिंच के हाथों लपकवाया.
अग्रवाल टी ब्रेक से ठीक पहले पैट कमिंस की गेंद पर अपना विकेट गंवा बैठे. उन्होंने 161 गेंदों का सामना करते हुए आठ चौके और एक छक्का लगाया.
अग्रवाल ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर डेब्यू टेस्ट में अर्द्धशतक जमाने वाले दत्तू फडकर (51, 1947 सिडनी) के बाद दूसरे भारतीय बल्लेबाज भी बने. अग्रवाल ने अपना अर्द्धशतक 95 गेंदों में पूरा किया. वह टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू के साथ अर्द्धशतक जमाने वाले भारत के सातवें बल्लेबाज बने हैं.
इससे पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया और इस साल छठी नई सलामी जोड़ी उतारी. विदेश में इस साल 11 टेस्ट में यह पांचवीं नई ओपनिंग जोड़ी थी.
विहारी और अग्रवाल ने 18.5 ओवर में 40 रन बनाए जो गेंदों का सामना करने के मामले में टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका में दिसंबर 2010 के बाद से भारत की सबसे बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप थी. उस समय गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने सेंचुरियन में साउथ अफ्रीका के खिलाफ 29.3 ओवर खेले थे.
तीसरे टेस्ट मैच के पहले दिन का खेल समाप्त होने पर कोहली 47 और पुजारा 68 रन बनाकर खेल रहे थे.
विदेश में पिछले 11 टेस्ट में यह दूसरा मौका है जब सौ रन बनने के बाद कोहली क्रीज पर उतरे. इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ नाटिंघम में दूसरी पारी के दौरान ऐसा हुआ था. कोहली को क्रीज पर उतरने के समय मिश्रित प्रतिक्रिया मिली लेकिन अपने लाजवाब स्ट्रोक्स से उन्होंने दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया.
दूसरे छोर पर पुजारा ने 152 गेंद में अपना 21वां अर्द्धशतक पूरा किया. ऑस्ट्रेलिया ने 83वें ओवर में दूसरी नई गेंद ली लेकिन टिम पेन ने कोहली को 47 के योग पर जीवनदान दिया और बदकिस्मत गेंदबाज मिचेल स्टार्क थे.