शुक्रवार यानि आज की सुबह टीम इंडिया या उसके फैंस के लिए शुभ नहीं रही क्योंकि टीम के युवा बल्लेबाज़ पृथ्वी शॉ की एड़ी में चोट की खबर तुरंत पूरे देश के सामने आ गई. टीम इंडिया के इस वंडर बॉय से देश को खासी उम्मीदें थीं लेकिन मैदान पर उनका जलवा देखने से पहले ही ये उम्मीदें बिखर गईं. टीम इंडिया को जल्द से जल्द ये फैसला करना होगा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की ओपनिंग जोड़ी क्या होगी?
अब कप्तान विराट कोहली के पास ये सुनहरा मौका है कि वो ये बड़ा दांव खेलें कि पहले टेस्ट में टीम इंडिया का ओपनर कौन होगा? इसका जबाव पाने के लिए विराट के पास एक नहीं कई ऑप्शन्स हैं, आइये एक नज़र में जानें.
1) सबसे आसान ऑप्शन: पृथ्वी की जगह मुरली विजय को केएल राहुल के साथ दोनों स्पेशलिस्ट ओपनर्स के रूप में ओपन करने भेजा जाए.
2) संभव ऑप्शन: चेतेश्वर पुजारा ओपन करने आएं और मिडिल ऑर्डर में हनुमा विहारी और रोहित शर्मा दोनों को खिलाने का रास्ता साफ हो जाए.
3) सबसे कम संभावना वाला ऑप्शन: पार्थिव पटेल दूसरे ओपनर के रूप में उतरें और रिषभ पंत समेत दो विकेटकीपरों के साथ पहला टेस्ट खेलें.
4) बहादुरी वाला ऑप्शन: विराट कोहली शॉर्टर फॉर्मेट के स्पेशलिस्ट रोहित शर्मा से ओपनिंग करवाएं और अगर ये दांव चल जाए तो विरोधी टीम के लिए पूरी सीरीज़ में मुश्किलात पैदा हो जाएं.
भारतीय टीम ने 10 साल पहले ऑस्ट्रेलियाई सरज़मीं पर अपना आखिरी टेस्ट जीता था(साल 2008 में पर्थ टेस्ट और ईशांत शर्मा की घातक गेंदबाज़ी). इस बार भारत के पास टेस्ट ही नहीं बल्कि टेस्ट सीरीज़ जीतने का सुनहरा मौका आया है. जो कि पिछले 71 सालों के भारत-ऑस्ट्रेलिया इतिहास में कभी नहीं हुआ.
हालांकि विराट कोहली के पास एक बड़ा दांव खेलने का सुनहरा अवसर है. इस समय इस बात पर चर्चा इसलिए भी हो रही है क्योंकि विराट कोहली इससे पहले अपने बोल्ड फैसलों के लिए जाने जाते रहे हैं. फिर चाहे वो जसप्रीत बुमराह को टेस्ट क्रिकेट खिलाने का मौका हो या फिर कुलदीप यादव पर वाइट बॉल क्रिकेट में दांव खेलने की बात हो. टीम के उप-कप्तान अजिंक्ये रहाणे को टेस्ट मैच से ही ड्रॉप करने का फैसला हो. या फिर यूं कहें कि पांच गेंदबाज़ों को खिलाने के लिए विदेशी दौरे पर चेतेश्वर पुजारा को बाहर रखने का फैसला.
इनमें से कई मौकों पर विराट सफल रहे, जबकि कई मौकों पर वो असफल भी रहे. जिसके बाद अकसर उनके गलत फैसलों की जमकर चर्चा हुई. लेकिन उनके हौंसले, फैसले लेने की क्षमता और अलग सोच की तारीफ बेहद कम मौकों पर की गई. विराट ने तो युवा स्पिनर कर्णा शर्मा को अपने पहले टेस्ट में ही ऑस्ट्रेलिया में मैदान पर उतार दिया था. ये उनके फैसले लेने की काबीलियत ही थी.
अब जब टीम इंडिया के पास एक ओपनर की कमी है तो विराट के पास ये सुनहरा मौका है कि वो वीरेंदर सहवाग की शुरुआत को याद करते हुए रोहित शर्मा पर भी दांव खेलें. वीरेंदर सहवाग वहीं मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज़ जाने जाते थे जो बाद में वाइट बॉल के हीरो बने, और फिर टेस्ट क्रिकेट के लिजेंड के रूप में भी अपनी पहचान बनाई. सहवाग को भी पूर्व कप्तान गांगुली ने ऐसे ही हिम्मत दिखाकर एक फैसला लेकर मौका दिया था. उस समय मिडिल ऑर्डर में कोई जगह नहीं थी और दादा चाहते थे कि वीरू खेलें. फिर दादा ने उन्हें बतौर ओपनर खिलाने का निर्णय लिया.
रोहित शर्मा को टेस्ट क्रिकेट में ऐसे ही फैसले का इंतज़ार है. अब ये रोहित के हाथ में है कि टीम इंडिया का ये उप-कप्तान युवराज कि तरह टेस्ट क्रिकेट में गुम हो जाएं या फिर सहवाग की तरह बनकर दिखाएं.
रोहित शर्मा को बल्लेबाज़ी के लिए ऑस्ट्रेलियाई कंडीशंस सूट करती हैं जिसकी वजह से उन्हें टेस्ट टीम में एक बार फिर से मौका दिया गया है. अब जब पृथ्वी चोटिल हैं और एडिलेड की कंडीशंस भी गेंदबाज़ों के लिए बहुत अधिक मददगार नहीं रहने वाली तो ऐसे में कप्तान विराट कोहली, रोहित को पहले टेस्ट में बतौर ओपनर खिलाकर ये बड़ा दांव खेल सकते हैं. जिससे की उनके पास छठे नंबर पर हनुमा विहारी को खिलाने का रास्ता भी साफ हो जाएगा. विहारी स्पिन गेंदबाज़ी भी करते हैं जिससे टीम को मदद मिलेगी. साथ ही विराट पुजारा और रहाणे को भी मिडिल ऑर्डर में अधिक भरोसा मिलेगा.
रोहित शर्मा को खिलाने का दांव बिल्कुल केएल राहुल या फिर मुरली विजय को खिलाने जैसा ही है, क्योंकि जहां केएल राहुल आउट ऑफ फॉर्म चल रहे हैं वहीं मुरली विजय भी विश्वास खोए नज़र आते हैं. हाल ही में खुद बल्लेबाज़ी कोच संजय बांगर ने भी ये कहा है राहुल अब इतना अनुभवहीन खिलाड़ी नहीं रह गया है उन्हें और अधिक जिम्मेदारी से खेलना चाहिए.
कई लोगों ने तो इस दौरे पर पृथ्वी शॉ को खिलाने को भी गलत फैसला बताया है. कई दिग्गज़ों का मानना है कि पृथ्वी का आक्रामक खेल ऑस्ट्रेलिया की उछाल भरी पिचों पर घातक हो सकता है. जबकि कई लोगों का ये भी मानना है कि उनका बैकफुट का खेल ऑस्ट्रेलिया के लिए परफेक्ट है. हालांकि ये बहस अभी कम से कम एक या दो मैचों के लिए थम गई है. लेकिन विराट कोहली और टीम मैनेजमेंट के पास ये सुनहरा मौका है कि वो रोहित शर्मा पर बतौर टेस्ट ओपनर अपना दांव खेल सकें.
'यही सही वक्त है विराट, हिम्मत करो और दबंग बनो.'