ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच वनडे और दो टी-20 मैचों की घरेलू सीरीज के लिए 15 फरवरी को भारतीय टीम का चयन किया जाएगा. 30 मई से शुरू हो रहे विश्व कप से पहले संभवत: भारत की लिमिटेड ओवरों की यह आखिरी सीरीज होगी. इस सीरीज के बाद खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की तैयारियों में जुट जाएंगे.


चयन समिति इस सीरीज में टीम के सीनियर खिलाड़ियों को आराम देना चाहेगी लेकिन वह इस बात की भी ध्यान रखेगी की वह इस तरह की टीम भी न चुने जिसे ऑस्ट्रेलिया को फायदा हो. ऐसे में चयन समिति के लिए टीम में सही संतुलन बनाना बड़ी चुनौती होगी. भारत ने बीते साल लगातार विदेशी दौरे किए हैं और वहां हमारे तेज गेंदबाजों ने काफी भार उठाया है जिसके कारण उन्हें आराम करने का मौका नहीं मिला.


रिपोर्ट्स के मुताबिक सीनियर खिलाड़ियों का वर्कलोड मैनेजमेंट निश्चित तौर पर चर्चा का विषय होगा क्योंकि हम सभी जानते हैं कि भारतीय टीम लगातार खेल रही है और चयनकर्ता और टीम मैनेजमेंट ने आम सहमति से यह फैसला किया है कि खिलाड़ियों को जरूरी आराम दिया जाए.


टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली को न्यूजीलैंड सीरीज के आखिरी दो वनडे और टी-20 सीरीज में आराम दिया गया था. ऐसे में रोहित शर्मा को भी कुछ मैचों में आराम दिया जा सकता है.


हालांकि चयन समिति को एक ऐसी टीम चुननी होगी जिससे ऑस्ट्रेलिया भारत पर हावी ना हो. भारत के खिलाफ सीरीज ऑस्ट्रेलिया के आत्मविश्वास में इजाफा कर सकती है. ऐसे में गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह की वापसी तय है जिन्होंने न्यूजीलैंड सीरीज के दौरान आराम किया था.


टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने पहले ही यह साफ कर दिया है कि आईपीएल के दौरान भी खिलाड़ियों पर नजर रखी जाएगी.


शास्त्री ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था, "हम इस मामले को लेकर बीसीसीआई और सीओए से संपर्क में हैं. हमारे पास कुछ नीतियां हैं और हम उनका पालन करना चाहेंगे. आमतौर पर आईपीएल के दो महीने मेरे लिए आराम के होते हैं और इस दौरान में सिर्फ क्रिकेट देखने का लुत्फ उठाता हूं, साथ ही युवा खिलाड़ियों को देखता हूं, लेकिन विश्व कप को ध्यान में रखते हुए इस आईपीएल में मैं खिलाड़ियों पर नजर रखूंगा."