71 साल बाद ऑस्ट्रेलिया में सीरीज़ जीत के सपने के लिए भारतीय टीम ने कमर कस ली है. कल से पर्थ में शुरु होने जा रहे चार मैचों की टेस्ट सीरीज़ के दूसरे मुकाबले से पहले आज भारतीय बल्लेबाज़ों ने तेज़ और उछाल भरी पिच पर प्रेक्टिस की.
टीम इंडिया ऑस्ट्रेलियाई तेज़ गेंदबाज़ों से निपटने के लिए तैयार है.
भारतीय क्रिकेट टीम ने दूसरे टेस्ट मैच से पहले गुरुवार को यहां वाका मैदान पर आखिरी बार अभ्यास सत्र में भाग लिया. समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कई वर्षो से पर्थ का वाका मैदान मेहमान टीमों के लिए मुसीबत भरा रहा है जहां की गति और उछाल ने मेजबान आस्ट्रेलिया को काफी मदद की है.
जहां एक तरफ मेजबान टीम गति और उछाल की मदद से सीरीज को 1-1 से बराबरी पर लाना चाहती है तो वहीं दूसरी तरफ भारतीय टीम भी आस्ट्रेलिया की गैर अनुभवी बल्लेबाजी क्रम को ध्वस्त कर सीरीज में 2-0 की बढ़त लेने की फिराक में है.
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने इस ओर इशारा किया है कि पिच पर घास रहने से तेज गेंदबाजों को मदद मिलेगी. उन्होंने कहा, "पिच जिस तरह का है उसे देखकर मैं खुश हूं."
कोहली ने कहा, "हमने पिच देखी और उसमें काफी घास है. मैं इससे खुश हूं. यह पिच गेंदबाजों के लिए अधिक मददगार साबित होगी. हमारे पास भी ऐसे गेंदबाज हैं जो विपक्षी टीम को आलआउट कर सकते हैं."
कप्तान के बयान से एक दिन पहले ही गेंदबाजी कोच भरत अरुण ने कहा था कि उन्हें अपने गेंदबाजों पर पूरा विश्वास है. उन्होंने दावा किया था कि उनके पास अभी सबसे अच्छे गेंदबाज है.