तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने दूसरे टेस्ट मैच में भारतीय टीम की सबसे बड़ी गलती को उजागर किया है. शमी का मानना है कि टीम में स्पिनर के नहीं होने से बहुत नुकसान हुआ है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरी पारी में धमाकेदार गेंदबाजी करने वाले शमी ने कहा कि पर्थ की पिच धीमी गति के गेंदबाजों को भी मदद मिल रही थी और ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन इसके सबसे बड़े उदाहरण है कि उन्होंने इस पिच शानदार गेंदबाजी की.
भारत ने दूसरा टेस्ट क्रिकेट मैच में 287 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक पांच विकेट पर 112 रन बनाये हैं.
ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 243 रन बनाये. शमी ने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 56 रन देकर छह विकेट लिये लेकिन संतुलित गेंदबाजी आक्रमण नहीं होने के कारण भारत मैच में बैकफुट पर चला गया है.
शमी ने कहा, ‘‘टीम मैनेजमेंट ने ये फैसले किये हैं. हम कुछ भी नहीं कह सकते हैं. हमारे पास एक स्पिनर था जिसने खराब गेंदबाजी नहीं की. (लेकिन) अगर आप मुझसे पूछोगे तो मुझे लगता है कि टीम में एक स्पिनर होना चाहिए था लेकिन ये चीजें टीम मैनेजमेंट पर निर्भर करती हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘लंबे समय बाद हम सभी तेज गेंदबाजों के साथ उतरे और हमने अच्छी लाइन और लेंथ से गेंदबाजी की. चार साल पहले हम ऐसा करने के अनुभवी नहीं थे. आपने चार साल पहले से हमारी गेंदबाजी में अंतर देखा होगा.’’
भारत एडीलेड में पहला टेस्ट मैच 31 रन से जीतकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे चल रहा है.
शमी ने कहा, ‘‘दूसरे छोर पर अच्छे गेंदबाज होने से मदद मिलती है जिसकी सोच आपकी तरह है. इससे दबाव बनता है और कुछ अवसरों पर आपको पता तक नहीं चलता कि कब मैच आपके पक्ष में मुड़ गया. कई बार दूसरे छोर का गेंदबाजी काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.’’
अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमेशा अच्छी लाइन व लेंथ पर गेंदबाजी करने पर ध्यान देता हूं. इसके बाद आपके भाग्य पर निर्भर करता है कि आप कितने विकेट हासिल करते हो. आपका रवैया अच्छा होना चाहिए. आप टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हो और आपका ध्यान लाइन व लेंथ पर होना चाहिए. आपको खुद ही विकेट मिलेंगे.’’
शमी ने कहा, ‘‘कई बार लंबी भागीदारी के कारण आपको इंतजार करना होता है खास तौर से इस तरह के विकेट पर जहां हम उन्हें लगातार परेशान कर रहे थे. ऐसा नहीं है कि हमने गलत गेंदबाजी की लेकिन अच्छी लाइन पर गेंदबाजी करने पर भी हमें विकेट नहीं मिले.’’
भारत को अभी जीत के लिये 175 रन की दरकार है तथा हनुमा विहारी और ऋषभ पंत क्रीज पर हैं. शमी ने कहा कि हारना या जीतना महत्वपूर्ण नहीं है क्योंकि टीम ने पर्थ के मुश्किल विकेट पर कड़ी प्रतिस्पर्धा पेश की.
उन्होंने कहा, ‘‘यह खेल का हिस्सा है. जीत और हार लगी रहती हैं. आपको आगे ध्यान देना होगा. ’’
भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई टिम पेन के बीच नोंकझोंक के बारे में शमी ने कहा, ‘‘हम इस बारे में अधिक बात नहीं कर सकते. यह खेल का हिस्सा है लेकिन कुछ भी गंभीर नहीं है. टेस्ट क्रिकेट में लंबे समय तक मैदान पर रहना होता है तो कई बार आप थोड़ा आक्रामक हो जाते है और प्रतिक्रिया कर बैठते हो. ’’
शमी कहा, ‘‘हमें इन चीजों पर बहुत ध्यान नहीं देना चाहिए. अगर मैच में ऐसी चीजें नहीं होंगी तो मैच दिलचस्प नहीं बनेंगे.’’