विशाखापट्टनम: इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में उम्मीद से कमतर प्रदर्शन करने के बाद भारतीय टीम गुरुवार को जब दूसरा टेस्ट मैच खेलने उतरेगी तो उसकी कोशिश खेल के हर क्षेत्र में सुधार करना रहेगा. यह मैच डॉ. वाई. राजाशेखर रेड्डी एसीए-वीसीए क्रिकेट स्टेडियम का पहला टेस्ट मैच होगा.
पहले टेस्ट मैच में इंग्लैंड के प्रदर्शन को देखते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली कह चुके हैं कि उनकी टीम अब इंग्लैंड को हल्के में लेने की भूल नहीं कर सकती. भारत ने पहला मुकाबला बड़ी मुश्किल से ड्रॉ कराया था.
इस मैच में भारत के लिए राहत की खबर सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल का फिट होकर लौट आना है. न्यूजीलैंड के खिलाफ श्रृंखला के दौरान चोटिल होकर बाहर चल रहे राहुल ने रणजी ट्रॉफी मैच में राजस्थान के खिलाफ 76 और 106 रनों की पारी खेलते हुए अपनी फिटनेस साबित कर टीम में वापसी की है. वह अंतिम एकादश में गौतम गंभीर का स्थान ले सकते हैं. कोहली ने भी राहुल को सलामी बल्लेबाज के तौर पर अपनी पहली पसंद बताया है.
इसके अलावा मेजबान टीम में किसी अन्य बदलाव की उम्मीद नहीं है. दूसरे सलामी बल्लेबाज मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा ने पिछले मैच में अपनी उपयोगिता साबित की. मुरली विजय और पुजारा को टेस्ट में 3,000 रन पूरे करने के लिए क्रमश: 20 और तीन रनों की जरूरत है.
कोहली के लिए अपना फॉर्म भी चिंता की बात होगी. राजकोट टेस्ट में कोहली बल्ले से खास योगदान नहीं दे पाए. कोहली गुरुवार को करियर का 50वां टेस्ट मैच खेलने उतरेंगे. इंग्लैंड के बल्लेबाज जोए रूट का भी यह 50वां टेस्ट मैच होगा.
भारत की वास्तविक चिंता राजकोट टेस्ट में स्पिन गेंदबाजों का न चलना है. अपने घर में भारत हमेशा से ही विपक्षी टीमों के खिलाफ स्पिन को एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल करती आई है, लेकिन पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने इस दांव को उल्टा साबित कर दिया.
विशाखापट्टनम की पिच स्पिन की मददगार मानी जाती है. ऐसे में यह मैच इंग्लैंड की स्पिन तिकड़ी मोइन अली, आदिल राशिद और जफर अंसारी तथा भारतीय स्पिन तिकड़ी रविचंद्रन अश्विन, अमित मिश्रा और रवींद्र जडेजा के बीच प्रतिस्पर्धा जैसी होगी.
इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाजों ने राजकोट टेस्ट में प्रभावित किया है, हालांकि पहले टेस्ट में अच्छा प्रदर्शन करने वाले क्रिस वोक्स को लेकर छाई शंका के बीच तेज गेंदबाजी आक्रमण अभी संशय में है.
इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टर कुक ने वोक्स के चोटिल होने की बात स्वीकार तो की है, लेकिन यह भी कहा है कि वोक्स खेलने के लिए तैयार हैं. इंग्लैंड के सबसे सफल तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन भी पूरी तरह फिट हो चुके हैं लेकिन अंतिम एकादश में उनकी जगह तभी बन सकती है जब वोक्स बाहर हों. क्योंकि विशाखापट्टनम की स्पिन के अनुकूल पिच और पहले टेस्ट में बेहतरीन प्रदर्शन को देखते हुए इंग्लैंड अपनी स्पिन तिकड़ी को टीम में कायम रखेगी.
कुक ने वोक्स को लेकर कहा, "हम वोक्स को टीम में चाहते हैं, क्योंकि उन्होंने पिछले छह-सात महीने में अच्छी गेंदबाजी की है. राजकोट में भी उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की थी. हमें इस बारे में फैसला लेना होगा."
भारतीय टीम की गेंदबाजी आक्रमण की बात करें तो तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा भी फिट हो गए हैं लेकिन पहले मैच में उमेश यादव और मोहम्मद समी के प्रदर्शन को देखते हुए उनका अंतिम एकादश में जगह बनाना मुश्किल ही लग रहा है.
कप्तान कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाता सम्मेलन में कहा, "विशाखापट्टनम में पिच स्पिन की मददगार होती है. इसलिए मुझे उम्मीद है कि पिच इसी तरह का व्यवहार करेगी. न्यूजीलैंड के खिलाफ यहां हुए एकदिवसीय मैच में स्पिन गेंदबाजों को विकेट मिले थे. यह ऐसी पिच है जहां स्पिनर गेंदबाजी करना पसंद करेंगे."
भारत की असली चिंता मेजबान टीम की गहरी बल्लेबाजी भी है. राजकोट में पदार्पण के साथ भारतीय मूल के हसीब हमीद ने बेहतरीन अंदाज में स्पिन का सामना किया और इंग्लैंड के पास सातवें, आठवें क्रम तक क्रीज पर टिकने वाले बल्लेबाज हैं.
ऐसे में देखना यह होगा कि भारतीय टीम अच्छी गेंदबाजी से इंग्लैंड की ठोस बल्लेबाजी का सामना करती है या उसी के अंदाज में और बेहतर बल्लेबाजी कर उन्हें दबाव में लाने की रणनीति अपनाती है.
संभावित टीमें:
भारत :- विराट कोहली (कप्तान), मुरली विजय, गौतम गंभीर, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), रविचंद्रन अश्विन, रिद्धिमान साहा (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, अमित मिश्रा, मोहम्मद समी, ईशांत शर्मा, उमेश यादव, हार्दिक पांड्या, करुण नायर, जयंत यादव और लोकेश राहुल.
इंग्लैंड : एलिस्टर कुक (कप्तान), जॉनी बेयरस्टो, जैक बॉल, गैरी बालांस, गारेथ बैटी, स्टुअर्ट ब्रॉड, जोस बटलर, बेन डकेट, स्टीवन फिन, हासिब हमीद, मोइन अली, जफर अंसारी, आदिल राशिद, जोए रूट, बेन स्टोक्स, क्रिस वोक्स और जेम्स एंडरसन.