INDvsENG: भारत की पहली पारी 417 पर समाप्त, 134 रन की बढ़त
भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को अपनी पहली पारी में 417 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड पर 134 रनों की बढ़त ले ली है.
मोहाली: भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर चल रहे तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन सोमवार को अपनी पहली पारी में 417 रन बनाए और पहली पारी के आधार पर इंग्लैंड पर 134 रनों की बढ़त ले ली है. भारत के लिए निचले क्रम पर रविचंद्रन अश्विन (72), रवींद्र जडेजा (90) और जयंद यादव (55) ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं.
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सातवें क्रम से निचले क्रम के तीन-तीन बल्लेबाजों ने अर्धशतकीय पारियां खेली हैं.
जयंत के करियर का यह पहला अर्धशतक है. उन्होंने 141 गेंदों की अपनी संघर्षभरी पारी में पांच चौके लगाए और उमेश यादव (12) के साथ नौवें विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई.
इससे पहले जयंत ने जडेजा के साथ भी 80 रन जोड़े. रविवार को नाबाद लौटे जडेजा शतक से चूक गए और आदिल राशिद की गेंद पर लंबा शॉट लगाने के प्रयास में सीमारेखा के पास क्रिस वोक्स के हाथों लपके गए.
जडेजा ने 170 गेंदों का सामना किया और 10 चौके तथा एक छक्का लगाया.
भारत ने तीसरे दिन पहले सत्र में रविचंद्रन अश्विन (72) के रूप में एकमात्र विकेट गंवाया. जडेजा के साथ दूसरे दिन नाबाद लौटे अश्विन ने तीसरे दिन भी इस साझेदारी को करीब 11 ओवरों तक आगे बढ़ाया.
113 गेंदों पर 11 चौके लगा चुके अश्विन का विकेट 301 के कुल योग पर गिरा. उन्हें बेन स्टोक्स की गेंद पर जोस बटलर ने लपका. अश्विन ने जडेजा के साथ सातवें विकेट के लिए 97 रनों की साझेदारी निभाई.
इससे पहले, भारतीय पारी में पार्थिव पटेल (42), चेतेश्वर पुजारा (51) और कप्तान विराट कोहली ने अहम योगदान दिए.
इंग्लैंड के लिए बेन स्टोक्स ने पांच और आदिल राशिद ने चार विकेट लिए. करुण नायक रन आउट हुए थे.
इंग्लैंड ने पहली पारी में जॉनी बेयरस्टो (89) और जोस बटलर (43) की बदौलत 283 रन बनाए हैं. इंग्लैंड की पारी सस्ते में समेटने में भारतीय गेंदबाजों ने संयुक्त प्रयास किया.
मोहम्मद समी ने तीन विकेट चटकाए, जबकि उमेश यादव, जयंत और जडेजा ने दो-दो विकेट हासिल किए. अश्विन को एक सफलता मिली.
पांच मैचों की श्रृंखला में भारत 1-0 की बढ़त ले चुका है. राजकोट में हुआ पहला टेस्ट ड्रॉ रहा था, जबकि विशाखापट्नम में हुआ दूसरा टेस्ट भारत 246 रनों से जीतने में सफल रहा था.