India Vs England 5th Test: भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले पांचवें टेस्ट का आयोजन तय समय पर होने की उम्मीद बढ़ गई है. टीम इंडिया के सभी खिलाड़ियों की कोरोना वायरस रिपोर्ट नेगेटिव आई है. इससे पहले भारतीय टीम से जुड़े एक स्टाफ के सदस्य की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आने की वजह से ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले जाने वाले मुकाबले पर सवालिया निशान लग गया था. 


टीम इंडिया के सहायक फिजि़यो योगेश परमार कोरोना संक्रमित पाए गए थे. जब से परमार का कोविड टेस्ट पॉजि़टिव आया है, तब से बीसीसीआई इस बात को लेकर चिंतित है कि 19 सितंबर से यूएई में शुरू होने वाले इंडियन प्रीमियर लीग सीजन 14 के दूसरे चरण पर इस घटना का क्या प्रभाव पड़ेगा.


सभी खिलाड़ियों की कोरोना वायरस रिपोर्ट का नेगेटिव आना बीसीसीआई के लिए बड़ी राहत की बात है. अब यह पूरी तरह तय है कि इंडिया और इंग्लैंड के बीच खेले जाने वाले पांचवें टेस्ट मैच का आयोजन 10 सितंबर से ही होने जा रहा है. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और सीनियर खिलाड़ी रोहित शर्मा ने ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले जाने वाले टेस्ट को लेकर पॉजिटिव रवैया दिखाया है. 


आखिरी टेस्ट को रद्द करने पर हुआ विचार


बीसीसीआई और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड के बीच सीरीज को आगे बढ़ाने को लेकर काफी विचार विमर्श हुआ. बीसीसीआई ने पॉजि़टिव मामलों के सामने आने पर आखिरी टेस्ट मैच को रद्द करने का प्रस्ताव रखा था. ईसीबी ने ऐसा करने से साफ इनकार कर दिया. ईसीबी का कहना था कि भारत के मैच ना खेलने से इसे टीम इंडिया की हार के तौर पर दर्ज किया जाएगा और सीरीज 2-2 से बराबर हो जाएगी. साथ ही मैदान और ब्रॉडकास्टर्स को होने वाले नुक्सान की भरपाई भी बीसीसीआई को करना पड़ता. यह आंकड़ा लगभग 300 करोड़ रुपयों के आसपास है.


बीसीसीआई और टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने पांचवां टेस्ट खेलना ही बेहतर विकल्प समझा है. टीम इंडिया फिलहाल सीरीज में 2-1 से आगे है और उसके पास 2007 के बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीतने का बेहतरीन मौका है. 


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