टी-20 विश्वकप में भारत का सेमीफाइनल मुकाबला इंग्लैंड के साथ एडिलेड के मैदान में खेला जाएगा. टीम इंडिया का आत्मविश्वास इस समय सातवें आसमान पर है. रोहित शर्मा की अगुवाई में टीम इंडिया की बल्लेबाजी विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव और केएल राहुल की वजह से सिर चढ़कर बोल रही है.


लेकिन इस पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया की ओपनिंग अभी तक ठीक नहीं रही है. रोहित शर्मा और केएल राहुल के बीच यादगार साझेदारी नहीं हुई है. वहीं गेंदबाजी भी चिंता की वजह है. 


1987 में हुए 50 ओवर के विश्वकप के बाद यह पहला मौका है जब टीम इंडिया का किसी आईसीसी टूर्नामेंट के नॉकआउट में इंग्लैंड से मुकाबला होने जा रहा है. 1987 में इंग्लैंड ने 35 रनों से जीत दर्ज की थी.


लेकिन अब दोनों ही टीमों में काफी बदलाव हो गया है. इस टूर्नामेंट भारत को सिर्फ दक्षिण अफ्रीका ही हरा पाया है और इस हार से टीम इंडिया के खिलाड़ियों पर कोई मनोवैज्ञानिक असर भी नहीं हुआ है.


वहीं इंग्लैंड इसी टूर्नामेंट में आयरलैंड जैसी नौसखिया टीम से हार गई थी. इंग्लैंड जैसी दिग्गज टीम की ये हार चौंकाने वाली थी. हालांकि बाद में इंग्लैंड ने वापसी की है और न्यूजीलैंड और श्रीलंका के खिलाफ लय में लौट आई.



इंग्लैंड के खिलाफ टीम इंडिया की 3 बड़ी टेंशन


कप्तान रोहित शर्मा की बल्लेबाजी
टीम इंडिया की सबसे बड़ी समस्या कप्तान रोहित शर्मा की बल्लेबाजी है. रोहित शर्मा ने अब तक खेले गए मैचों में सिर्फ 89 रन  बनाए हैं. जिसमें नीदरलैंड के खिलाफ अर्द्धशतक भी शामिल है. लेकिन रोहित शर्मा जिस तरह के बल्लेबाज हैं उनसे इस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद नहीं की जा सकती है. उनका जल्दी आउट हो जाने से विराट सहित मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर अच्छा खासा दबाव बन जाता है. हालांकि विराट और सूर्यकुमार यादव ने अभी तक अच्छी भूमिका निभाई है. अच्छी बात ये रही कि विराट का सही समय पर फॉर्म वापस लौट आया है.


पावरप्ले में धीमा रन रेट
टीम इंडिया पावर प्ले का फायदा नहीं उठा पा रही है. ओपनिंग जोड़ी के जल्दी आउट हो जाने से दबाव बन जाता है और नए बल्लेबाजों को संभलकर खेलने के लिए पावर प्ले में धीमा खेलने के लिए मजबूर होना पड़ता है. शुरुआती पावर प्ले में अच्छी शुरुआत न मिलने से दूसरे पावरप्ले में 'करो या मरो' वाले हालात आ जाते हैं. ऐसे में अगर सूर्यकुमार यादव जैसा बल्लेबाज न चला तो स्कोर कम रह सकता है.


स्पिन गेंदबाज की धार कुंद
टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी इस समय ठीक है. अर्शदीप शुरुआती ओवरों में विकेट निकाल रहे हैं. उनको भुवनेश्वर और मोहम्मद शामी का अच्छा साथ मिल रहा है. लेकिन भारत के लिए सबसे बड़ी टेंशन स्पिन गेंदबाजी बनती जा रही है. आर अश्विन विकेट जरूर निकाल रहे हैं लेकिन एक ही ओवर में उनकी जमकर पिटाई भी हो जाती है. यही हाल अक्षर पटेल का भी है. हालांकि अभी तक युजवेंद्र चहल को नहीं आजमाया गया है. इंग्लैंड के बल्लेबाज स्पिन अच्छा खेलते हैं. दोनों ही स्पिन गेंदबाज एडिलेड के मैदान में आसान शिकार हो सकते हैं. 


खराब फिल्डिंग
हाल ही के कुछ दिनों में देखा गया है कि टीम इंडिया कि फिल्डिंग में काफी गिरावट आई है. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए मैच में भी हार की बड़ी वजहों में खराब फिल्डिंग भी रही है. भारत की खराब फिल्डिंग की वजह से मार्करम और मिलर को जीवनदान मिला था. बाद में मार्करम और मिलर ने अर्द्धशतक ठोंककर जीत दिला दी.


कैसी है एडिलेट की पिच
जिस एडिलेड के मैदान में भारत और इंग्लैंड के बीच सेमीफाइनल मुकाबला होने जा रहा है उसकी पिच बल्लेबाजी के लिहाज से अच्छी है. भारत इस मैदान में नीदरलैंड के विरुद्ध 184 बना चुका है. मैदान की स्कायर बाउंड्री बहुत छोटी है. इसलिए गेंदबाजों को लेंग्थ का ध्यान रखना होगा. फिल्डिंग का प्लेसमेंट भी बहुत मायने रखेगा.


टीम इंडिया vs इंग्लैंड के आंकड़े
टी20 वर्ल्ड कप इतिहास में टीम इंडिया और इंग्लैंड का 3 बार मैच हो चुका है.जिसमें भारत ने 2 बार इंग्लैंड से जीता है. जबकि 1 इंग्लैंड ने जीता है.