IND Vs ENG: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली इस वक्त अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं. विराट कोहली को पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने भी निशाने पर ले लिया है. गावस्कर ने कोहली के विरोधी टीम का विकेट गिरने पर जश्न मनाने के तरीके पर सवाल उठाया है. गावस्कर का कहना है कि हर विकेट गिरने के बिना चिल्लाए भी जश्न मनाया जा सकता है.
विराट कोहली मैदान पर आक्रमक रहते हैं लेकिन उन्हें गावस्कर का समर्थन नहीं मिला है. गावस्कर का कहना है कि आक्रमकता को अपने चेहरे पर दिखाने की जरूरत नहीं है. इंग्लैंड के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन ने हालांकि विराट कोहली का समर्थन किया है.
नासिर हुसैन ने कहा, "कोहली सही समय पर भारतीय टीम का नेतृत्व करने के लिए सही व्यक्ति हैं. उनके खिलाड़ी, विशेषकर गेंदबाज आक्रामक कप्तान चाहते हैं. यह भारतीय टीम वो टीम नहीं है जिसे बुली किया जा सके."
गावस्कर को सही नहीं लगी हुसैन की बात
गावस्कर को हुसैन की बात जायज नहीं लगी. गावस्कर ने कहा, "जब आप कहते हैं कि पहले की पीढ़ी को बुली किया गया तो मुझे ऐसा नहीं लगता. मुझे निराशा होगी अगर मेरी पीढ़ी के बारे में बोला जाए कि उन्हें बुली किया गया. रिकॉर्ड पर नजर डालें तो 1971 में हम जीते थे, वह इंग्लैंड में मेरा पहला दौरा था. 1974, हमें आंतरिक समस्याएं थीं इसलिए हम 3-0 से हार गए. 1979, हम 1-0 से हारे, ओवल में 438 रनों का पीछा करते हुए 1-1 हो सकता था. 1982 हम फिर से 1-0 से हार गए. 1986 में हम 2-0 से जीते थे, हम इसे 3-0 से जीत सकते थे."
गावस्कर ने कहा, "मुझे नहीं लगता कि आक्रामकता का मतलब है कि आपको हमेशा विपक्ष का सामना करना पड़ता है. आप जोश दिखा सकते हैं, आप अपनी टीम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखा सकते हैं."
गावस्कर ने केवल कोहली के व्यवहार के तरीके पर सवाल उठाया है. गावस्कर इस बात से सहमत थे कि कोहली टीम में ऊर्जा लाते हैं और उस पर हुसैन उनका समर्थन करते हैं.
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