कोलकाताः स्विंग गेंदबाजी का शानदारा नमुना पेश करते हुए भुवनेश्वर कुमार ने न्यूजीलैंड को दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन बैकफुट पर ढकेल दिया. कुमार ने भारतीय सरजमीं पर पहली बार पांच विकेट लेते हुए न्यूजीलैंड की पारी को पूरी तरह तहस नहस कर दिया. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक कीवी टीम के 128 रन पर 7 विकेट गिर चुके हैं और भारत के पहली पारी के आधर पर 188 रन पीछे है. दिन का खेल खत्म होने तक जीतन पटेल पांच और बीजे वॉटलिंग 12 रनों पर नाबाद लौटे
239 पर सात से अपनी पारी को आगे बढ़ाते हुए भारत की पहली पारी 316 रन पर खत्म हुई. ऋद्धिमान साहा 54 रन बनाकर नाबाद रहे. भारत की ओर से चेतेशिवर पुजारा ने सबसे अधिक 87 रन बनाए जबकि अजिंक्य रहाणे ने 77 रन की पारी पहले दिन खेली थी. न्यूजीलैंड की ओर से मैट हैनरी ने सबसे अधिक 3 विकेट लिए जबकि बोल्ट, वैगनर और जतिन पटेल ने 2-2 विकेट लिए एक सफलता सैंटनर को मिली.
भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआती ओवरों से ही न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को बैकफुट पर भेजना शुरु कर दिया. तेज गेंदबाजों के साथ जडेजा ने 85 रन पर न्यूजीलैंड के 4 विकेट निकाल लिए थे इसके बाद बारिश आई और फिर मैदान पर भुवनेश्वर का कहर देखने को मिला. मैदान पर अनइवेन बाउंस से जहां मोहम्मद शमी परेशान हुए तो दूसरे छोर से भुवनेश्वर ने इसका फायदा उठाया और किसी भी कीवी बल्लेबाज को मैदान पर टिकने नहीं दिया.
उमेश यादव की जगह शामिल किए गए भुवनेश्वर ने कसी लाइन एवं लेंथ से आक्रामक गेंदबाजी की. ढाई घंटे की देरी के बाद जब खेल शुरू हुआ तो उन्होंने पहले कार्यवाहक कप्तान रॉस टेलर (36) का विकेट हासिल किया. इसके बाद उन्होंने लगातार दो गेंदों पर मिशेल सैंटनर (11) और मैट हैनरी (00) को पवेलियन भेजा. मोहम्मद शमी (46 रन देकर एक विकेट) ने भी दूसरे छोर से अपनी गेंदबाजी से दबदबा बनाए रखा.
लंच के तुरंत बाद न्यूजीलैंड ने 23 रन पर तीन विकेट गंवा दिए थे जिसमें भुवनेश्वर ने हैनरी निकोल्स को बोल्ड किया. टेलर और ल्यूक रोंची (35) ने भागीदारी करने का पूरा प्रयास किया लेकिन यह ज्यादा लंबी नहीं रही और जडेजा ने इसे 62 रन से आगे नहीं बढ़ने दिया.
फॉर्म में चल रहे रोंची बारिश आने से तुरंत पहले 35 रन पर जडेजा की गेंद पर आउट हो गए. हालांकि यह फैसला संदेहास्पद रहा.
जडेजा ने अपनी कोण लेती गेंद पर रोंची को पगबाधा आउट किया, हालांकि ऐसा लग रहा था कि गेंद लेग स्टंप की ओर थी लेकिन अंपायर रॉड टकर ने भारत को यह विकेट भेंट स्वरूप दे दिया.
रोंची की पारी हालांकि 16 रन पर ही समाप्त हो जाती लेकिन स्थानापन्न खिलाड़ी गौतम गंभीर ने प्वाइंट पर उनका कैच छोड़ दिया था.
तभी काले बादल छा गये और तेज बारिश आने लगी जिससे मैच में समय से पहले टी ब्रेक लेना पड़ा.
इससे पहले केन विलियमसन की जगह टीम में शामिल किये गए निकोल्स ने वाइड गेंद को खेलने का प्रयास किया जो उनके स्टंप पर लगी.
भारत की पहली पारी के जवाब में उतरी मेहमान टीम ने सलामी बल्लेबाजों टॉम लाथम (01) और मार्टिन गुप्टिल (13) के विकेट सस्ते में गंवा दिए. शमी और भुवनेश्वर ने लगातार ओवरों में इनके विकेट हासिल किए.
शमी ने अपने पहली ही ओवर में लाथम को पगबाधा आउट किया. वहीं गुप्टिल की बल्ले से खराब फॉर्म जारी रही, वह तीसरे ओवर में भुवेश्वनर की गेंद पर बोल्ड हो गए. गेंद इस बल्लेबाज की कोहनी से लगी और स्टंप उखाड़ते हुए चली गयी. सुबह के सेशन में भारतीय पारी में साहा शॉर्ट पिच गेंदों के आगे डटकर बल्लेबाजी करते रहे, जिससे उन्होंने बीती रात के नाबाद 14 रन के स्कोर को अर्धशतक में तब्दील किया. उन्होंने अपने कैरियर का तीसरा अर्धशतक जमाया जिससे टीम ने कल के 86 ओवर में सात विकेट पर 239 रन के स्कोर में अच्छी प्रगति की.
साहा इससे पहले एक शतक और दो अर्धशतक बना चुके थे और भारतीय सरजमीं में उनका यह पहला अर्धशतक टीम के लिए अहम मौके पर आया है जब टीम पर 250 रन के अंदर सिमटने का खतरा मंडरा रहा था.
दो स्थानीय खिलाड़ियों साहा और शमी (14 गेंद में तीन चौके से 14 रन) ने अंतिम विकेट के लिये 35 रन जोड़े जो उन्होंने महज 31 गेंद में बनाए लेकिन शमी फाइन लेग पर मैट हैनरी को कैच देकर आउट हो गये और टीम 104.5 ओवर में सिमट गयी.
साहा ने इससे पहले जडेजा (14) के साथ 41 रन की भागीदारी निभायी जिन्होंने कानपुर टेस्ट में अर्धशतक जमाया था. जडेजा अपनी पारी को बड़ी नहीं कर सके और नील वैगनर ने दिन के 11वें ओवर में उन्हें पवेलियन भेजा.
इससे पिछले ओवर में जडेजा ने स्पिनर मिशेल सैंटनर की गेंद पर छक्का जड़ा था लेकिन वैगनर की गेंद को पुल करने के प्रयास में विकेट गंवा बैठे क्योंकि गेंद सीधे फाइन लेग पर खड़े हैनरी के हाथों में समां गयी.
भारतीय टीम का स्कोर जल्द ही नौ विकेट पर 281 रन हो गया लेकिन साहा और शमी ने सुनिश्चित किया कि टीम 300 रन का आंकड़ा पार कर ले.