पांच वनडे मैचों की सीरीज के चौथे मुकाबले में न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के आगे भारतीय टीम पूरी तरह से धराशायी हो गई. टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम 30.5 ओवर में  10 विकेट खोकर सिर्फ 92 रन ही बना सकी. 


न्यूजीलैंड के लिए सबसे अधिक ट्रेंट बोल्ट ने 10 ओवर की गेंदबाजी में महज 21 रन खर्च पांच भारतीय बल्लेबाजों का शिकार किया. इसके साथ ही कॉलिन डि ग्रैंडहोम ने बोल्ट का बेहतरीन साथ निभाते हुए तीन विकेट लिए. ग्रैंडहोम ने 10 ओवर की गेंदबाजी में 26 रन खर्च किए.


बोल्ट और ग्रैंडहोम के अलावा के टॉड एश्टल और जिमी निशम को एक-एक विकेट मिला.


92 रनों के स्कोर में भारत के लिए सबसे अधिक युजवेंद्र चहल ने नाबाद 18 रनों की पारी खेली. चहल ने 37 गेंदों का समाना किया जिसमें उन्होंने तीन चौके भी लगाए.


न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के आगे भारतीय बल्लेबाज पूरी तरह से संघर्ष करते नजर आए. भारतीय टीम की ओर से सबसे बड़ी 25 रनों की साझेदारी दसवें विकेट के लिए कुलदीप और चहल के बीच हुई.


इस साझेदारी में कुलदीप यादव ने 33 गेंदों का सामना करते हुए 15 रनों का योगदान दिया. कुलदीप टॉड एश्टल का शिकार बने. आखिर में बल्लेबाजी करने आए खलील अहमद ने चार गेंद में पांच रनों का योगदान दिया.


चहल के अलावा हार्दिक पांड्या ने 20 गेंदों पर 16 रन बनाए. एक समय हार्दिक ने जब ट्रेंट बोल्ट के एक ही ओवर में तीन चौके लगाए तो ऐसा लगा भारत एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंच जाएगा लेकिन पांड्या अधिक देर क्रिज पर नहीं टिक सके और बोल्ट का पांचवा शिकार बने.


इससे पहले भारत के लिए ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन ने सधी हुई शुरूआत की थी लेकिन शिखर धवन 13 रन के स्कोर आउट हो गए. धवन के आउट होने के बाद रोहित शर्मा भी अधिक देर तक क्रिज पर पैर नहीं जमा सके और सात रन बनाकर चलते बने.


विराट कोहली की जगह टीम इंडिया के लिए डेब्यू कर रहे शुभमन ने गिल ने एक-दो अच्छे शॉट खेले लेकिन ट्रेंट बोल्ट गेंद पर सात बनाकर वह कॉटन बोल्ड हो गए.


शुभमन के आउट होते ही भारतीय टीम विकेट ताश के पत्तों की तरह बिखर गया और 33 रन के स्कोर पर भारत ने अपने पांच विकेट गंवा दिए. मध्यक्रम में अंबाटी रायडू (0), दिनेश कार्तिक (0) और केदार जाधवन (1) पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुए.