भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच बारिश के कारण धर्मशाला में होने वाला पहला टी20 पूरी तरह से धुल गया. अब दूसरा मुकाबला 18 तारीख को मोहाली में है. इस दौरान अगर पिच की बात करें तो मोहाली की पिच को लेकर ये कहा जा रहा है कि ये पिच बल्लेबाजों के लिए कारगर साबित होगी. मोहाली की पिच शुरू से ही हाई स्कोरिंग मैचों के लिए जानी जाती है. पिच में काफी अच्छी उछाल मिलती है जिससे बल्लेबाज और गेंदबाज दोनों को काफी मदद मिलती है.

मोहाली की पिच को आईपीएल की तरफ से 12 बार बेस्ट पिच का अवार्ड मिल चुका है. दलजीत सिंह जिन्होंने हाल ही में बीसीसीआई के पिच और ग्राउंड कमेटी के चैयरमैन से इस्तीफा दिया है. वो 1990 से मोहाली स्टेडियम के क्यूरेटर थे. उनका मानना है कि पहले ये पिच गेंदबाजों की मदद करती थी तो वहीं अब इस पिच ने बल्लेबाजों की मदद करनी शुरू कर दी है.

उन्होंने आगे कहा कि, हर पिच की शेल्फ लाइफ होती है. इस पिच पर क्रिकेट खेलते हुए 26 साल बीत चुके हैं. यहां काफी क्रिकेट खेला जा चुका है. तो इस हिसाब से ये पिच अपने ओरिजिनल अवतार में ही रहेगी.

उन्होंने आगे कहा कि वो पिच को ऑन और ऑफ सीजन दोनों समय बना कर रखते हैं और उसका ख्यास रखते हैं. हालांकि जुलाई और अगस्त में यहां कोई मैच नहीं हुआ है. पंजाब क्रिकेट एसोशिएसन मुलानपुर में एक वर्ल्ड क्लास स्टेडियम तैयार कर रही है जहां साल 2020 से इंटरनेशनल मैचों का आयोजन होना शुरू हो जाएगा.