India vs South Africa Test: महेन्द्र सिंह धोनी के संन्यास के बाद टीम इंडिया के सामने सबसे बड़ा सवाल था कि वह किसे विकेटकीपर चुने. विकल्प कई थे. इनमें अनुभवी ऋद्धिमान साहा, युवा खिलाड़ी ऋषभ पंत और कुछ घरेलू मैचों में खेल रहे विकेटकीपर्स. भारत को ऐसे खिलाड़ी की जरूरत थी जो बैटिंग में भी माहिर हो और विकेटकीपिंग में. इसमें साहा के बाद ऋषभ पंत सबसे अच्छा विकल्प माने गए. हालांकि कई तरह के सवाल भी उठ रहे थे. वजह थी पंत की गलतियां. उन्होंने कई मैचों में गलतियां कीं. लेकिन खास बात यह रही कि वे लगातार सीखते रहे. अब पंत के पास दक्षिण अफ्रीका दौरे पर एक खास मौका है. अगर उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह मिलती है तो वे धोनी का एक खास रिकॉर्ड तोड़ सकते हैं.


दरअसल टेस्ट मैचों में सबसे तेज 100 खिलाड़ियों को आउट करने का रिकॉर्ड बतौर भारतीय विकेटकीपर धोनी के नाम दर्ज है. धोनी के इस रिकॉर्ड को पंत तोड़ सकते हैं. धोनी ने 36 टेस्ट मैच खेलते हुए 100 बार खिलाड़ियों को आउट किया था. इनमें बतौर विकेटकीपर कैच और स्टम्प आउट शामिल है. धोनी के बाद दूसरे नंबर हैं ऋद्धिमान साहा. साहा ने इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए 37 मैच लगा दिए. वहीं किरन मोरे को 39 मैच लग गए थे. लेकिन पंत ने अभी तक खेले 25 टेस्ट मैचों में बतौर विकेटकीपर 97 बार खिलाड़ियों को आउट किया है. 


अब अगर ऋषभ पंत 3 खिलाड़ियों को स्टम्प के पीछे से आउट करने में दो या तीन मैच भी लगाते हैं तब भी वे बतौर भारतीय विकेटकीपर सबसे तेज 100 खिलाड़ियों को आउट करने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लेंगे.


बता दें कि पंत ने अब तक खेले 25 टेस्ट मैचों में 1549 रन बनाए हैं. इस दौरान उन्होंने तीन शतक और सात अर्धशतक भी लगाए हैं. टेस्ट मैचों में पंत का सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 159 रन रहा है. उन्होंने 18 वनडे मैचों में 529 रन बनाए हैं. इसमें तीन अर्धशतक शामिल हैं. ऋषभ ने करियर का  पहला इंटरनेशनल टेस्ट मैच अगस्त 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था और दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले उन्होंने आखिरी टेस्ट मैच इंग्लैंड के खिलाफ सितंबर 2021 में खेला था.