भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच कल रांची टेस्ट का दूसरा दिन था. टीम इंडिया ने टॉस जीता था और बल्लेबाजी का फैसला लिया. लेकिन 40 रन के भीतर ही टीम इंडिया के टॉप 3 बल्लेबाज आउट हो गए. इसमें विराट, पुजारा और अग्रवाल का विकेट शामिल था. टीम इंडिया पूरे दबाव में खेल रही थी. इस दौरान रोहित के साथ मैदान पर बल्लेबाजी करने रहाणे आए और दोनों ने बेहतरीन साझेदारी कर टीम इंडिया के स्कोर को 300 के पार पहुंचाया. इसके बाद रहाणे आउट हो गए लेकिन रोहित फिर भी अपनी इनिंग्स को आगे बढ़ाते हुए जिसका नतीजा ये हुआ कि खिलाड़ी ने टेस्ट क्रिकेट में अपना पहला दोहरा शतक जड़ दिया.

अपने टेस्ट करियर का पहला दोहरा शतक लगाने वाले भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा कि वह ऐसी पारी खेलने के लिए मानसिक रूप से तैयार थे. रोहित ने यहां दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ जारी तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन रविवार को 255 गेंदों पर 212 रन की दोहरी शतकीय पारी खेली. उन्होंने इस दौरान 28 चौके और चार छक्के लगाए. वह टेस्ट और वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दुनिया के चौथे बल्लेबाज बन गए हैं.

रोहित ने मैच के बाद कहा, "पारी की शुरूआत करना मेरे लिए एक अच्छा अवसर था. जैसा कि मैंने विशाखापट्टनम टेस्ट के दौरान ही कहा था कि बल्लेबाजी की शुरुआत करने को लेकर मेरे और टीम प्रबंधन के बीच काफी लंबे समय से बातचीत चल रही थी. इसलिए मैं इसके लिए मानसिक रूप से तैयार था क्योंकि मुझे पता था कि ऐसे मौके कभी भी आ सकते हैं."

अपने दोहरे शतकीय पारी के बारे में उन्होंने कहा, "मैं कहना चाहूंगा कि यह काफी चुनौतीपूर्ण था. बतौर ओपनर केवल तीन टेस्ट ही खेलने के बावजूद मुझे पता है कि मुझे अभी लंबा जाना है. मैं इन तीन टेस्ट मैचों पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहा हूं."

रोहित सीरीज में अब तक 529 रन बना चुके हैं और वह किसी एक टेस्ट सीरीज में 500 या उससे ज्यादा रन बनाने वाले पांचवें भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं.

रोहित ने कहा, "नंबर छह और सात की तुलना में पारी की शुरुआत करना काफी चुनौतीपूर्ण है. इसमें यह महत्वपूर्ण रहता है कि आप खुद को इसके लिए कैसे तैयार करते हैं."