रविचंद्रन अश्विन की अगुआई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने दूसरे टेस्ट में श्रीलंका को 205 रन पर समेट कर पहले दिन अपना पलड़ा भारी रखा.
दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने आठ ओवर में एक विकेट पर 11 रन बना लिए हैं. चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजय दोनों दो-दो रन बनाकर क्रीज डटे हुए हैं. भारत ने चौथे ओवर में लोकेश राहुल (07) का विकेट गंवाया जिन्हें लाहिरू गमागे (चार रन पर एक विकेट) ने बोल्ड किया.
गमागे की ऑफ साइड से बाहर जाती गेंद पर कड़ा प्रहार करने की कोशिश में राहुल इसे विकेटों पर खेल गए. विजय ने इस बीच काफी सतर्कता के साथ बल्लेबाजी की और अपना पहला रन 16वीं गेंद पर बनाया जब उन्होंने पांचवें ओवर में सुरंगा लकमल की गेंद को एक रन के लिए खेला.
भारतीय टीम अभी श्रीलंका से 194 रन से पीछे है.
श्रीलंका ने घुटने टेके
इससे पहले अश्विन (67 रन पर चार विकेट), इशांत शर्मा (37 रन पर तीन विकेट) और रविंद्र जडेजा (56 रन पर तीन विकेट) की उम्दा गेंदबाजी के सामने श्रीलंका की टीम 79.1 ओवर में 205 रन सिमट गई. मेहमान टीम की ओर से कप्तान दिनेश चांदीमल (57) और दिमुथ करुणारत्ने (51) ही 50 रन के आंकड़े को पार कर पाए. दोनों ने चौथे विकेट के लिए 62 रन भी जोड़े जो पारी की सबसे बड़ी साझेदारी रही.
श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने शुरू से ही मेहमान टीम के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा और नियमित अंतराल पर विकेट चटकाए. सलामी बल्लेबाज करुणारत्ने को पहले सेशन में भाग्य का सहारा मिला. भारतीय फील्डरों ने एक बार करुणारत्ने का कैच टपकाया जबकि वह एक बार नोबॉल पर स्टंप भी हुए.
जामथा की पिच पर गेंदबाजों को अच्छा उछाल मिल रहा था जिसके कारण श्रीलंका के बल्लेबाजों ने रक्षात्मक रवैया अपनाते हुए विकेट बचाने को तरजीह दी. इसके बावजूद टीम ने पहले सेशन में सलामी बल्लेबाज सदीरा समरविक्रम (13) और लाहिरू थिरिमाने (09) के विकेट गंवाए और इस दौरान 27 ओवर में सिर्फ 47 रन जोड़े.
विकेट के साथ इशांत की वापसी
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ होम सीरीज के बाद पहला टेस्ट खेल रहे इशांत ने समरविक्रमा को स्लिप में पुजारा के हाथों कैच कराके भारत को पहली सफलता दिलाई. पुजारा ने अपनी बायीं ओर नीचा कैच लपका. अनुभवी थिरिमाने 58 गेंद की अपनी पारी के दौरान शुरू से ही बेहद रक्षात्मक होकर खेले लेकिन अश्विन की गेंद को स्वीप करने के प्रयास में बोल्ड हो गए.
भाग्य का सहारा
करुणारत्ने इससे पहले 15 रन के निजी स्कोर पर भाग्यशाली रहे जब अश्विन की गेंद पर पुजारा उनका कैच लपकने में नाकाम रहे. इस सलामी बल्लेबाज ने कदमों का इस्तेमाल करते हुए शॉट खेला लेकिन मिड ऑन पर पुजारा इसे कैच नहीं कर पाए. करुणारत्ने इसके बाद एक बार फिर भाग्यशाली रहे जब जडेजा की गेंद पर ऋद्धिमान साहा ने उन्हें स्टंप कर दिया लेकिन यह नोबॉल हो गई.
लंच के बाद तीसरे ओवर में ही जडेजा ने एंजेलो मैथ्यूज (10) को पगबाधा किया. मैथ्यूज ने डीआरएस का सहारा लिया लेकिन तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर के फैसले को सही करार दिया।
चांदीमल और करुणारत्ने का संघर्ष
चांदीमल ने अश्विन की गेंद पर पारी का पहला छक्का जड़ा और करुणारत्ने के साथ मिलकर 45वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया. चांदीमल ने उमेश यादव के इसी ओवर में चौके के साथ 3000 टेस्ट रन पूरे किए. वह यह उपलब्धि हासिल करने वाले श्रीलंका के 13वें बल्लेबाज हैं.
करुणारत्ने ने इशांत की गेंद पर एक रन के साथ 132 गेंद में 14वां अर्धशतक पूरा किया. इशांत ने हालांकि इसके बाद इस सलामी बल्लेबाज को पगबाधा कर दिया. उन्होंने 147 गेंद का सामना करते हुए छह चौके जड़े. करुणारत्ने इस पारी के दौरान 2017 में 1000 रन पूरे करने वाले दूसरे बल्लेबाज बने. इससे पहले दक्षिण अफ्रीका के डीन एल्गर ही इस साल यह उपलब्धि हासिल कर पाए हैं.
टी तक श्रीलंका का स्कोर चार विकेट पर 151 रन था। टीम ने दूसरे सत्र में 32 ओवर में 104 रन जोड़कर दो विकेट गंवाए.
टी के बाद लड़खड़ाई श्रीलंका की पारी
टी के बाद चांदीमल ने जडेजा की गेंद पर एक रन के साथ 97 गेंद पर अर्द्धशतक पूरा किया लेकिन बायें हाथ के इस स्पिनर की अगली गेंद को निरोशन डिकवेला (24) हवा में लहरा गए और इशांत ने आसान कैच लपका.
अश्विन ने इसके बाद दासुन शनाका (02) को बोल्ड किया. दिलरुवान परेरा (15) को अंपायर ने जडेजा की गेंद पर पगबाधा आउट दिया लेकिन डीआरएस पर तीसरे अंपायर ने इस फैसले को पलट दिया. परेरा ने एक गेंद पर जडेजा पर छक्का जड़ा. जडेजा ने अपने अगले ओवर में फिर परेरा को पगबाधा किया और इस बल्लेबाज ने एक बार फिर डीआरएस लिया लेकिन इस बार फैसला गेंदबाज के पक्ष में आया.
अगले ओवर में अश्विन ने चांदीमल के खिलाफ पगबाधा की विश्वसनीय अपील की जिसे अंपायर ने ठुकरा दिया. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने डीआरएस लिया और तीसरे अंपायर ने श्रीलंका के कप्तान को आउट करार दिया. चांदीमल ने 122 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और एक छक्का जड़ा.
इशांत ने इसके बाद सुरंगा लकमल (17) का पवेलियन भेजा जबकि अश्विन ने रंगना हेराथ (04) को अजिंक्य रहाणे के हाथों कैच कराके श्रीलंका की पारी का अंत किया.