नई दिल्ली: तीसरे और निर्णायक मुकाबले में दूसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी के बाद श्रीलंकाई पारी एक बार फिर लड़खड़ा गई. 136 पर दूसरे विकेट के गिरने के बाद भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका को वापसी का एक भी मौका नहीं दिया और पूरी टीम को 44.5 ओवर में 215 रनों पर ढेर कर दिया. रोहित शर्मा की कप्तानी में पहली बार खेल रही टीम इंडिया को सीरीज जीतने के लिए 216 रनों की जरूरत है.

टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की शुरुआत खराब रही. टीम के स्कोर में 15 रन ही जुटे थे कि चौथे ओवर की चौथी गेंद पर जसप्रीत बुमराह ने दानुष्का गुणाथिलका को कप्तान के हाथों मिड ऑन पर कैच करा कर सपाट पिच पर टीम को पहली सफलता दिलाई. लेकिन इसके बाद भारतीय गेंदबाजों को विकेट लेने में 22.3 ओवर तक इंतजार करना पड़ा. इस बीच उपुल थरंगा और सदीरा समराविक्रमा ने दूसरे विकेट के लिए 121 रनों की साझेदारी कर डाली. अर्द्धशतक की ओर बढ़ रहे समराविक्रमा को चहल ने शिखर धवन के हाथों कैच करा कर कप्तान के चेहरे पर सिकन को खुशी में बदला.

तीसरे विकेट के लिए थंरगा ने एंजेलो मैथ्यूज के साथ पारी आगे बढ़ाने की कोशिश की लेकिन शतक से पांच रन पहले महेन्द्र सिंह धोनी की तेज स्टंपिग से नहीं बच पाए. 160 रन पर तीसरे विकेट के गिरने के बाद श्रीलंकाई पारी पूरी तरह लड़खड़ा गई. थरंगा ने 82 गेंद की पारी में 12 चौके और 3 छक्के लगाए और इस दौरान साल 2017 में 1000 रन भी पूरे किए. ओवर की पहली गेंद पर कुलदीप ने थरंगा को आउट करने के बाद भारत को एक और सफलता पांचवीं गेंद पर दिलाई. दो बाउंड्री लगाने के बाद डिकवेला बाहर जाती गेंद को स्लिप में खड़े श्रेयस अय्यर के हाथों में खेल गए.

इसके बाद विकेट गिरने का सिलसिला 45वें ओवर में रुका जब टीम 215 रन पर ऑल आउट हो गई. श्रीलंका के सात बल्लेबाज मिलकर सिर्फ 55 रन ही  जोड़ पाए.

भारत की ओर से स्पिन जोड़ी(कुलदीप - 42 पर 3, चहल 46 पर 3) ने छह विकेट लिए तो वहीं हार्दिक पांड्या ने दो और भुवनेश्वर के साथ बुमराह ने एक-एक विकेट लिए.