नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम साल के अंतिम टेस्ट सीरीज में श्रीलंकाई चुनौती का सामना करेगी. 16 नवंबर को तीन मैचों की सीरीज का पहला मुकाबाला कोलकाता के ऐतिहासिक ईडेन गार्डेंस में खेला जाएगा. पिछले सीरीज में श्रीलंका का सूपड़ा साफ करने के बाद भारतीय टीम का मनोबाल सातवें आसमान पर होगा लेकिन टीम मैनजमेंट के साथ कप्तान विराट कोहली के लिए एक बड़ी चुनौती भी होगी.



चुनौती सालमी जोड़ी की
कप्तान कोहली के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी सलामी जोड़ी की भूमिका में किसे रखा जाए. भारतीय टीम के पास सलामी बल्लेबाज के रूप में तीन बल्लेबाज मौजूद हैं, शिखर धवन, मुरली विजय और लोकेश राहुल.

मुरली विजय
दाएं हाथ के मुरली विजय को भारतीय टेस्ट टीम का सलामी बल्लेबाज माना जाता है. इंग्लैंड के खिलाफ दो शतक लगाने के बाद विजय औऱ प्रभावी रूप से सलामी बल्लेबाज के लिए पहली पसंद बन गए. इस बीच उन्होंने धवन और राहुल के साथ पारी की शुरुआत की लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के खत्म होते होते विजय चोटिल हो गए जिसके कारण उन्होंने श्रीलंका दौरे से अपना नाम वापस ले लिया. फिट होने के बाद विजय ने रणजी ट्रॉफी में शानदार शतकीय पारी खेल अपने फॉर्म और फिटनेस के सबूत दे दिए. विजय ने 51 टेस्ट की 87 पारी में 9 शतक और 15 अर्द्धशतक के साथ 3408 रन बनाए हैं.

शिखर धवन
विजय के चोटिल होने का फायदा धवन को मिला. खराब फॉर्म के कारण टीम से बाहर हुए धवन ने श्रीलंका के खिलाफ जोरदार वापसी की. इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला लेकिन जब बारी श्रीलंका में आई तो दोनों हाथों से रन बनाए. तीन मैच की 4 पारी में धवन ने 89.50 के औसत से 358 रन बनाए जिसमें दो शतक भी शामिल थे. धवन को मैन ऑफ द सीरीज भी चुना गया. लेफ्ट-राइट कॉबिनेशन को देखा जाए तो धवन का होना भारत के लिए फायदेमंद होगा.

के एल राहुल
धवन के बाहर होने के बाद राहुल ने सलामी बल्लेबाज की भूमिका में खुद को नए स्तर पर स्थापित किया. इंग्लैंड के खिलाफ 199 रनों की पारी खेलने के बाद राहुल ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा. उन्होंने एक के बाद एक लगातार सात पारी में अर्द्धशतक लगा कर नया रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. श्रीलंका के खिलाफ अगर वो पहली पारी में अर्द्धशतक लगा लेते हैं तो वो लगातार 8 पारी में अर्द्धशतकीय पारी खेलने वाले पहले बल्लेबाज बन जाएंगे. राहुल ने अब तक 19 टेस्ट खेले हैं जिसमें 4 शतक और 9 अर्द्दशतक शामिल हैं. लगातार अच्छी बल्लेबाजी कर रहे राहुल कप्तान कोहली के पहले पसंद होंगे और खुद राहुल नया विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करना चाहेंगे.