भारतीय गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की और पोलार्ड को छोड़कर विंडीज के एक भी बल्लेबाज को रन नहीं बनाने दिया. इस दौरान नवदीप सैनी ने सबसे ज्यादा 3 और भुवनेश्वर कुमार ने 2 विकेट लिए. विंडीज के लिए केरन पोलार्ड ने सबसे ज्यादा 49 रन बनाए. उनके अलावा निकोलस पूरन ने 20 रन बनाए.
भारत के लिए अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच खेल रहे नवदीप सैनी ने तीन विकेट लिए. भुवनेश्वर कुमार ने दो विकेट लिए. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीत गेंदबाजी का फैसला किया. जॉन कैम्पवेल ने वॉशिंगटन सुंदर द्वारा फेंके गए पहले ओवर की दूसरी गेंद पर ही बड़ा शॉट खेलने का प्रयास किया और क्रुणाल पांड्या को कैच दे बैठे. विंडीज ने बिना खाता खोले एक विकेट खो दिया था.
आठ के कुल स्कोर पर भुवनेश्वर कुमार ने दूसरे सलामी बल्लेबाज इविन लुइस का विकेट भी गिरा दिया. निकोलस ने पोलार्ड के साथ मिलकर टीम को संभालने का प्रयास किया लेकिन सैनी की गेंद पूरन के बल्ले का किनारा ले विकेटों पर जा लगी और विंडीज ने 28 रनों पर अपना तीसरा विकेट खो दिया. सैनी ने अगली ही गेंद पर शिमरन हेटमायेर को बिना खाता खोले पवेलियन भेज दिया.
रोवमैन पावेल चार के निजी स्कोर पर खलील अहमद का शिकार बने. उनके जाने से विंडीज का स्कोर 33 रनों पर पांच विकेट हो गया.
पोलार्ड ने यहां कुछ तेजी से रन बनाए. उन्होंने कप्तान कार्लोस ब्रैथवेट के साथ छठे विकेट के लिए 34 रन जोड़े. इनमें से कप्तान ने सिर्फ नौ रन बनाए थे और वह 67 के कुल स्कोर पर पांड्या का शिकार हो गए. रवींद्र जडेजा ने सुनील नरेन (2) और भुवनेश्वर ने कीमो पॉल (3) को आउट कर विंडीज का स्कोर 88 रनों पर आठ विकेट कर दिया.
अंत में पोलार्ड से तेजी से रन बनाने की उम्मीद थी लेकिन वो ज्यादा कुछ नहीं कर पाए. सैनी ने आखिरी ओवर की तीसरी गेंद पर उन्हें एलबीडब्ल्यू करा दिया. पोलार्ड ने 49 गेंदों का सामना किया और चार छक्कों के अलावा दो चौके भी लगाए. विंडीज के सिर्फ दो बल्लेबाज की दहाई के आंकड़े तक पहुंच सके.
भारत के लिए सैनी के अलावा भुवनेश्वर कुमार ने दो विकेट लिए. सुंदर, अहमद, पांड्या और जडेजा को एक-एक विकेट मिला.