भारत और वेस्टइंडीज के बीच चल रहे पहले टी20 में वेस्टइंडीज ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुए 5 विकेट के नुकसान पर 20 ओवरों में 207 रन बना लिए हैं. यहां टीम इंडिया को जीत के लिए 208 रन चाहिए. भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया था लेकिन कुछ ही देर बाद ये फैसला वेस्टइंडीज के बल्लेबाजों ने गलत साबित कर दिया. शुरू में भारतीय गेंदबाजों को एक विकेट मिलते ही ऐसे लगा था कि टीम एक बार फिर कमाल कर सकती है. लेकिन इविन लेविस ने भारतीय गेंदबाजों के सभी प्लानिंग पर पानी फेरते हुए 17 गेंदों में 40 रनों की पारी खेल दी. इस दौरान एक भी भारतीय गेंदबाज लेविस के सामने नहीं टिक पा रहा था. सिमंस के आउट होते ही लेविस ने किंग के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाना शुरू किया.


एक तरफ किंग जहां लेविस को स्ट्राइक दे रहे थे तो वहीं लेविस लगातार गेंदों को बाउंड्री के पार कर रहे थे. टीम 10 के ऊपर से स्ट्राइक रेट के साथ खेल रही थी. लेकिन तभी लेविस को वाशिंगटन सुंदर के हाथों पवेलियन जाना पड़ा. लेविस ने अपनी पारी में 4 छक्के और 3 चौके मारे.



इसके बाद लगा कि वेस्टइंडीज की बल्लेबाजी पर थोड़ी लगाम लगी है लेकिन एक बार फिर हेटमायर ने इसे गलत साबित कर दिया और वो भी बड़े शॉट्स खेलने लगे. इस बीच जडेजा ने किंग को 31 रनों पर पवेलियन भेज दिया. इसके बाद कप्तान पोलार्ड बल्लेबाजी करने आए और उन्होंने भी स्ट्राइक रेट को गिरने नहीं दिया. टीम 15 ओवरों में ही 150 रनों के स्कोर को पार कर चुकी थी. हेटमायर ने पोलार्ड के साथ मिलकर 51 रनों की पारी खेली. दोनों बल्लेबाजों ने मिलकर भारतीय गेंदबाजों की जमकर खबर ली और 17 ओवर के भीतर ही टीम के स्कोर को 170 के पार पहुंचा दिया. लेकिन तभी चहल की गेंद पर छक्का मारने के चक्कर में हेटमायर 56 रनों पर रोहित शर्मा को कैच दे बैठे.

इसके तुंरत बाद कप्तान पोलार्ड को भी चहल ने तीसरी गेंद पर बोल्ड कर पवेलियन भेज दिया. दोनों बल्लेबाजों के आउट होने तक वेस्टइंडीज ने 5 विकेट के नुकसान पर 175 रन बना लिए थे. अंत में रामदिन और होल्डर ने मिलकर टीम को 20 ओवरों में 200 के पार पहुंचा दिया. वेस्टइंडीज ने इस दौरान 5 विकेट खोकर 207 रन बनाए.

भारतीय गेंदबाजों की अगर बात करें तो चहल को 2 विकेट, जडेजा को 1, सुंदर को 1 और चहर को 1 विकेट मिला. इस दौरान दीपक चहर को सबसे ज्यादा 4 ओवर में 56 रन पड़े.