टेस्ट और वनडे सीरीज के बाद भारत और वेस्टइंडीज के बीच अब तीन मैचों की टी 20 सीरीज खेली जाएगी. रविवार से शुरू होने वाले इस सीरीज के लिए भारतीय टीम में दो बड़े बदलाव किए गए. नियमित कप्तान विराट कोहली और पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को आराम दिया गया है. सीरीज के लिए टीम की कमान संभालने वाले रोहित शर्मा ने कहा कि धोनी के न होने से ऋषभ पंत के पास खुद को साबित करने के लिए बेहतरीन मौका है.


बतौर बल्लेबाज धोनी का फॉर्मे लगातार गिर रहा है ऐसे में पंत के पास खेल के इस सबसे छोटे फॉर्मेट में जगह पक्की करने का शानदार मौका होगा. सीनियर खिलाड़ी दिनेश कार्तिक को भी प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के बाद भी खुद को साबित करने का एक और मौका मिला है.


रोहित ने कहा, ‘‘धोनी पिछले कई वर्षों से हमारे लिए बहुत बड़े खिलाड़ी रहे हैं. मैदान में हमें उनकी अनुभव की कमी खलेगी लेकिन ऋषभ और दिनेश के पास अपनी प्रतिभा को दिखाने का शानदार मौका होगा. उन्हें खुद को साबित करने का मौका मिला हैं.’’


भारतीय टीम भले ही टी20 सीरीज में खेल रही हो लेकिन रोहित तीन मैचों की इस सीरीज को विश्व कप की तैयारियों से जोड़कर देख रहे हैं.


उन्होंने बेंच स्ट्रेंथ को मजबूत करने पर जोर देते हुए कहा, ‘‘हम विश्व कप में सीमित संसाधनों के साथ नहीं जा सकते. हमारे पास विकल्प होना चाहिए. यह खिलाड़ियों को परखने का शानदार मंच है.’’


भारतीय टीम में क्रुणाल पंड्या और शाहबाज नदीम जैसे दो बायें हाथ के स्पिनरों को चुना गया है जिसमें से झारखंड के नदीम ने विजय हजारे ट्राफी में लिस्ट ए क्रिकेट का विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए 10 रन देकर आठ विकेट लिए थे.


रोहित ने कहा, ‘‘शाहबाज नदीम पहली बार टीम का हिस्सा बने हैं. क्रुणाल का पहले भी चयन हुआ है लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला.


टी20 क्रिकेट में वेस्टइंडीज की टीम को मजबूत माना जाता है और रोहित भी इस बात से वाकिफ है. वेस्टइंडीज ने टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल सहित पिछले चारों मैचों में भारत को हराया है.


भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘उनकी टीम खतरनाक है. टी20 में उनकी टीम विश्व में सबसे मजबूत टीमों में से एक है. हमने पहले भी ऐसा देखा है. उनके पास इसका ज्यादा अनुभव है. यह ऐसा फॉर्मेट है जिसका वे सबसे ज्यादा लुत्फ उठाते है और सफल भी रहे है. निसंदेह वे काफी मजबूत विरोधी होंगे.’’