भारत और वेस्टइंडीज़ के बीच ब्रोबॉर्न स्टेडियम में खेले जा रहे चौथे वनडे मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का फैसला किया. तीसरे वनडे मुकाबले में लक्ष्य का पीछा करते हुए करारी शिकस्त के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने आज पहले बल्लेबाज़ी चुनी है.


टीम इंडिया चौथे वनडे मुकाबले में दो अहम बदलावों के साथ मैदान पर उतर रही है. युजवेन्द्र चहल को आज के मैच में बाहर रखा गया जबकि उनके स्थान पर अनुभवी ऑल-राउंडर रविन्द्र जडेजा को टीम में शामिल किया गया है. जबकि एशिया कप में चोटिल होकर टीम से बाहर हुए केदार जाधव एक बार फिर से फिट होकर वापसी के लिए तैयार हैं. उन्हें भी आज प्लेइंग इलेवन में मौका मिला है. मिडिल ऑर्डर के बल्लेबाज़ रिषभ पंत के स्थान पर उन्हें टीम में मौका दिया गया है.


वेस्टइंडीज़ की टीम ने भी अपने विनिंग कॉम्बिनेशन में बदलाव किया है. उन्होंने दूसरे वनडे में डेब्यू करने वाले ओबेड मैक्कॉय को टीम से बाहर कर दिया है. जबकि उनके स्थान पर कीमो पॉल टीम में वापसी कर रहे हैं.


तीसरे वनडे मुकाबले में विंडीज़ ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारत के सामने 284 रनों का लक्ष्य रखा था. लेकिन कप्तान विराट कोहली के शतक के बावजूद भारतीय टीम लक्ष्य से 43 रन पीछे रह गई थी.


आइये एक नज़र में जानें क्या है मैच में भारत और विंडीज़ की ताकत और परेशानी.


बल्लेबाज़ी है परेशानी:
मध्यक्रम के प्रदर्शन में निरंतरता की कमी और महेंद्र सिंह धोनी की बल्ले से खराब फार्म का खामियाजा भी भारत को भुगतना पड़ रहा है. टी20 टीम से बाहर किए जाने के बाद धोनी के पास अब फार्म में लौटने के लिए सीमित मौके बचे हैं.


पुणे में अंबाती रायुडू (22) लय में आने में सफल रहे थे लेकिन दायें हाथ के इस बल्लेबाज को अगर चौथे नंबर पर अपनी जगह पक्की करनी है तो लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा.


केदार जाधव की वापसी से होगा फायदा:
केदार जाधव को आज कप्तान कोहली ने टीम में जगह दी है जिससे भारत को मजबूती मिलेगी. हाल के समय में उनकी फिटनेस चिंता का विषय रही है लेकिन देवधर ट्राफी में पैर की मांसपेशियों से उबरकर वापसी के बाद अपने पहले प्रतिस्पर्धी मैच में वह प्रभावी नजर आए.


जाधव की आक्रामक बल्लेबाजी के अलावा उनकी ऑफ स्पिन गेंदबाजी भी प्रभावी साबित हो सकती है.


ओपनिंग में नहीं मिल रही शानदार शुरुआत:
सलामी बल्लेबाज शिखर धवन और रोहित शर्मा लगातार दो मैचों में विफल रहे हैं और टीम को उनसे बड़ी साझेदारी की उम्मीद है. इन दोनों बल्लेबाज़ों ने ओपनिंग में खुद को साबित किया है लेकिन इस सीरीज़ में निरंतरता की कमी नज़र आई है.


कप्तान कोहली की फॉर्म है राहत:
मेजबान टीम के लिए हालांकि सबसे सकारात्मक पक्ष कप्तान कोहली की फार्म है जिन्होंने पुणे में तीसरे वनडे में लगातार तीसरा शतक जड़ा और ऐसा करने वाले पहले भारतीय बने.


प्रशंसकों को कोहली से एक और शतक की उम्मीद होगी लेकिन कप्तान चाहेंगे कि उनकी टीम पिछले दो मैचों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करे.


गेंदबाज़ी में बुमराह ने जगाई उम्मीद:
गेंदबाजी की बात करें तो जसप्रीत बुमराह ने वापसी करते हुए शनिवार को तीसरे वनडे में चार विकेट चटकाए. भुवनेश्वर कुमार ने डेथ ओवरों में काफी रन लुटाए लेकिन उनके वापसी करने की उम्मीद है.


विरोधी टीम के बल्लेबाजों को रोकने में आज कुलदीप यादव और रविन्द्र जडेजा की भूमिका भी अहम होगी.


मेहमान टीम भी है दमदार:
वेस्टइंडीज की सबसे बड़ी उम्मीद विकेटकीपर बल्लेबाज शाई होप हैं जिन्होंने विशाखापत्तनम में 123 और पुणे में 95 रन की दो अहम पारियां खेली.


टीम को उनसे एक और बड़ी पारी की उम्मीद होगी और शिमरोन हेटमायेर से भी जो तीसरे मैच में अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे.


पुणे मैच से पहले बायें हाथ के बल्लेबाज हेटमायेर ने 106 और 94 रन की पारियां खेली थी.


टीम को इसके अलावा कीरोन पॉवेल, चंद्रपाल हेमराज और रोवमैन पावेल जैसे खिलाड़ियों से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी.


अनुभवी मार्लन सैमुअल्स ने तीसरे वनडे में गेंद से अच्छा प्रदर्शन किया और तीन विकेट चटकाए लेकिन उनका बल्ला अब तक खामोश रहा है. कप्तान जेसन होल्डर भी अपना योगदान देना चाहेंगे.


टीमें


भारत:
विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, अंबाती रायुडू, महेंद्र सिंह धोनी, रविंद्र जडेजा, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, खलील अहमद, केदार जाधव.


वेस्टइंडीज:
कीरोन पॉवेल, जेसन होल्डर(कप्तान), फाबियान एलेन, चंद्रपाल हेमराज, शिमरोन हेटमायेर, शाई होप, एश्ले नर्स, कीमो पाल, रोवमैन पावेल, केमार रोच और मार्लन सैमुअल्स.