पृथ्वी पावरफुल शॉ, जी हां ये एक नाम अब से भारतीय क्रिकेट फैंस के ज़हन में हमेशा रहेगा. 18 साल का एक ऐसा लड़का जिसने आज डेब्यू किया और पहले ही दिन दुनियाभर के क्रिकेट फैंस के दिलों दिमाग पर छा गया.


अपने पहले ही टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले पृथ्वी शॉ (132) और चेतेश्वर पुजारा (86) की शानदार पारियों के दम पर भारत ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट में चायकाल तक अपनी स्थिती बेहद मजबूत कर ली है.


चायकाल से ठीक पहले टीम इंडिया पृथ्वी का विकेट गंवाया जिसकी वजह से भारत ने चाय तक तीन विकेट के नुकसान पर 232 रन बना लिए हैं. सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम में जारी इस मैच में कप्तान विराट कोहली (4) और अजिंक्य रहाणे (0) नाबाद हैं.


भारतीय टीम ने इस मुकाबले में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी करने का फैसला किया और फिर सारा काम पृथ्वी ने अकेले दम पर किया. भारतीय टीम ने पारी के पहले ओवर में ही अपना पहला विकेट केएल राहुल के रूप में गंवा दिया था. लेकिन इसके बाद पृथ्वी और पुजारा ने ऐसी आला बल्लेबाज़ी की कि विरोधी टीम पहले सेशन में ही पस्त हो गई.


टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम ने पहले सत्र में एक विकेट के नुकसान 133 रन बनाए.


दूसरे सत्र में पृथ्वी और पुजारा ने 206 रनों की दोहरी शतकीय साझेदारी कर टीम का स्कोर 209 तक पहुंचाया, लेकिन इसी स्कोर पर पुजारा शेरमान लेविस की गेंद पर विकेट के पीछे खड़े शॉन डॉवरिच के हाथों लपके गए. लेविस भी अपना डेब्यू मैच खेल रहे थे और उन्होंने पुजारा के रूप में अपना पहला विकेट लिया.


पुजारा ने अपनी पारी में 130 गेंदों का सामना किया और 14 चौके लगाए.


इसी दौरान पृथ्वी लगातार शानदार बल्लेबाज़ी करते रहे और उन्होंने महज़ 99 गेंदों में अपने टेस्ट करियर का पहला शतक पूरा कतर लिया. वह पदार्पण टेस्ट मैच में शतक लगाने वाले चौथे युवा बल्लेबाज बन गए हैं.


इस सूची में पृथ्वी से पहले बांग्लादेश के क्रिकेट खिलाड़ी मोहम्मद अशरफुल, जिम्बाब्वे के हेमिल्टन मसकाद्जा और पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सलीम मलिक का नाम शामिल है.


इसके अलावा उन्होंने सबसे तेजी से पहला टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाजों की सूची में तीसरा स्थान प्राप्त किया है. पृथ्वी ने 99 गेंदों में अपना शतक पूरा किया. उनसे पहले शिखर धवन ने 2013 में मोहाली में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 85 गेंदों में शतक लगाया था, वहीं दूसरे स्थान पर शामिल ड्वेन स्मिथ ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 2004 में 93 गेंदों में अपना पहला टेस्ट शतक जड़ा था.


केवल यहीं नहीं वह अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने करियर का पहला शतक जड़ने वाले दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज हैं. इस सूची में सचिन तेंदुलकर का नाम पहले स्थान पर है. उन्होंने 17 साल और 112 दिन की उम्र में इंग्लैंड के खिलाफ 1990 में मैनचेस्टर में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाया था. पृथ्वी ने 18 साल और 329 दिन की उम्र में करियर का पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक लगाया है.


पुजारा के आउट होने के बाद शॉ भी ज्यादा देर तक मैदान पर नहीं टिक पाए और देवेंद्र बिशू के हाथों उन्हीं की गेंद पर लपके गए. शॉ ने 154 गेंदों में 19 चौके लगाए.


शॉ 232 के स्कोर पर आउट हुए और इसी स्कोर पर चायकाल की घोषणा कर दी गई. चौथे विकेट के लिए कोहली का साथ देने रहाणे मैदान पर उतरे हैं.


वेस्टइंडीज के लिए गेब्रिएल, लेविस और बिशू ने एक-एक विकेट लिए हैं.