रोहित शर्मा(162) और अंबाटी रायुडू(100) की तूफानी शतकीय पारी के बाद खलील अहमद की कहर बरपाती गेंदबाजी की बदौलत भारत ने विंडीज को चौथे वनडे में 224 रनों से हरा दिया. भारत के 377 के जवाब में मेहमान टीम 36.2 ओवर में 153 रनों पर ढेर हो गई. रनों के मामले में भारत की ये तीसरी जबकि अपने घर और टेस्ट प्लेइंग टीम के खिलाफ सबसे बड़ी जीत है. वहीं वेस्टइंडीज की दूसरी सबसे बड़ी हार. इस जीत के साथ भारत ने पांच मैचों की सीरीज में 2-1 से बढ़त बना ली है.


भारत ने 2007 विश्व कप के दौरान बरमुडा के खिलाफ 257 रनों की विशाल जीत दर्ज की थी जबकि अगले साल हांगकांग को 256 रनों से हराया था.


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विशाल लक्ष्य के सामने विंडीज की टीम पहले ही बैकफुट पर थी जिसका फायदा खलील की अगुवाई में भारतीय गेंदबाजों ने उठाया. दो शुरुआती रन आउट के बाद विंडीज के बल्लेबाज खलील की अंदर और बाहर जाती गेंद को समझने में असफल रहे और लगातार अंतराल पर विकेट गंवाते रहे.


पहले बदलाव के रूप में गेंदबाजी करने आए खलील ने तीन ओवर में ही तीन विकेट लेकर विंडीज के मिडिल ऑर्डर को तहस नहस कर दिया. एक समय भारत ने विंडीज के सात विकेट 77 रन पर गिरा दिए थे लेकिन इसके बाद कप्तान जेसन होल्डर ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिल कर टीम को सबसे बड़ी हार से  बचा लिया. होल्डर ने टीम की ओर से सबसे अधिक नाबाद 54 रनों की अर्द्धशतकीय पारी खेली. टीम के पांच खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए.


विंडीज को पहला झटका पांचवें ओवर में 20 रन के कुल योग पर लगा जहां टीम ने रन आउट के रूप में दो और विकेट गंवा दिए. 20 रन पर तीन विकेट खोने के बाद विंडीज की टीम ताश के पत्तों की तरह ढह गई.


भारत की ओर से बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील ने पांच ओवर में 13 रन देकर 3 विकेट लिए तो वहीं कुलदीप यादव ने भी तीन बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा, भुवनेश्वर कुमार और रविन्द्र जडेजा एक-एक विकेट लेने में सफल रहे.


भारत की पारी -
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया जिसे बल्लेबाजों ने सही साबित किया. रोहित के जोड़ीदार शिखर धवन ने 38 रनों की पारी खेलते हुए पहले विकेट के लिए 71 रनों की साझेदारी की. किमो पॉल की गेंद पर धवन कारेन पावेल को कैच देकर पवेलियन लौट लिए.


पिछले तीन मैचों में शतकीय पारी खेलने वाले भारतीय कप्तान विराट कोहली इस मैच में 16 रन ही बना सके. वह 101 के कुल स्कोर पर केमरन रोच की गेंद पर शाई होप के द्वारा लपके गए.


इसके बाद वेस्टइंडीज के गेंदबाजों को रोहीत और रायडू की जोड़ी ने विकेटों के लिए तरसा दिया और उनकी गेंदों को लगातार सीमापार भेजते रहे. रोहित शुरुआत में ज्यादा तेज नहीं खेल रहे थे जबकि रायडू का बल्ला बाउंड्रियां ढूंढ़ रहा था. रोहित ने 32वें ओवर की तीसरी गेंद पर चौका मारकर अपना 21वां वनडे शतक पूरा किया. इसके लिए उन्होंने 98 गेंदें ली.


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शतक पूरा होने के बाद रोहित भी आक्रामक हो गए. शतक के बाद उन्होंने अगले 62 रनों के लिए 39 गेंदों का सामना किया. इसी आक्रामकता में रोहित एशले नर्स की गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौट लिए. 312 के कुल स्कोर पर चंद्रपॉल हेमराज ने उनका शानदार कैच पकड़ा. रोहित ने अपनी पारी में 139 गेंदों का सामना करते हुए 20 चौके और चार छक्के लगाए. यह रोहित का वनडे में सातवीं बार 150 से ज्यादा का स्कोर है.


इसके बाद रायडू ने 46वें ओवर की चौथी गेंद पर एक रन लेकर अपना शतक पूरा किया. वह हालांकि अपने स्कोर को इससे आगे नहीं ले जा सके और अगले ओवर की पहली ही गेंद पर फाबियान एलेन की सीधी थ्रो पर रन आउट हो गए. रायडू ने अपनी पारी में 81 गेंदों का सामना किया और आठ चौकों के अलावा चार छक्के मारे.


अंत में धोनी ने 15 गेंदों में दो चौकों की मदद से 23 रन बनाए. केदार जाधव 16 और रवींद्र जडेजा सात रन बनाकर नाबाद रहे.